नई दिल्ली : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. के. पलानी स्वामी ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी से मुलाकात कर राज्य के लोकप्रिय राजनेता अन्नादुरई और जयललिता को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की। उन्होंने बाद में पत्रकारों से बातचीत में इन आरोपों का खंडन किया कि वह लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे।
श्री पलानी स्वामी ने श्री मोदी से मुलाकात में 37 मांगों का एक ज्ञापन भी उन्हें दिया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु मंत्रिमंडल ने अन्नादुरई के महान योगदान को देखते हुए यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया कि उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाना चाहिए। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि जयललिता उ़र्फ अम्मा ने तमिल जनता और तमिलनाडु में की बेहतरी के लिए जो कार्य किया हैं, उसे देखते हुए वह भारत रत्न की हकदार हैं और उन्हें भी मरणोपरांत यह सम्मान मिलना चाहिए।
उन्होंने बताया कि महान तमिल नेता एम जी रामचंद्रन की जन्मशती के मौके पर चेन्नई स्टेशन का नाम उनके नाम पर रखा जायेगा। उन्होंने मदुरै में एक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बनाने, रामनाथपुरम में एक मेडिकल कालेज तथा विरुधुनगर में एक डेंटल कालेज खोलने की भी मांग की। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लोकसभा चुनावों की घोषणा होने के बाद ही अन्नाद्रमुक अपना राजनीतिक रुख तय करेगी और किसी से गठबंधन के बारे में सोचेगी।