आज सुबह अपने आवास पर @AIIMSRDA के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान मैंने एक बार फिर दोहराया कि #NationalMedicalCommissionBill , चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव है जो 130 करोड़ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में वरदान साबित होगा। @PMOIndia @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/f51Oz2j8tf
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) August 4, 2019
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “एम्स आरडीए के अलावा मैंने एसजेएच दिल्ली आरडीए के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की और एनएमसी विधेयक, 2019 के बारे में उनकी गलतफहमियों को दूर किया। पू्र्ण विश्वास है कि आंदोलनरत डॉक्टर, मरीजों की परेशानियों को देखते हुए जल्द ही राष्ट्रहित में अपना विरोध वापस लेंगे।”
.@AIIMSRDA के अलावा मैंने @SJHDELHI RDA के प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की और #NMCBill , 2019 के बारे में उनकी गलतफहमियों को दूर किया। पू्र्ण विश्वास है कि आंदोलनरत डॉक्टर, मरीजों की परेशानियों को देखते हुए जल्द ही राष्ट्रहित में अपना विरोध वापस लेंगे। @PMOIndia @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/xflIvTq1pE
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) August 4, 2019
एम्स और सफदरजंग समेत कुछ सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा गैर-जरूरी सेवाओं का बहिष्कार करने से स्वास्थ्य सेवाएं लगातार प्रभावित हैं, हालांकि शनिवार को सभी अस्पतालों में आपात सेवाएं बहाल कर दी गयीं।