सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग की है। आपको बता दे कि सेना प्रमुख ने शनिवार को दिए बयान में कहा है कि अगर दूसरों को यह सम्मान मिल सकता है तो फिर करिअप्पा को क्यों नहीं।
बता दे कि 1899 में जन्मे जनरल करियप्पा 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ थे।
जनरल रावत ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतरत्न के लिए फील्ड मार्शल करिअप्पा के नाम की सिफारिश की जाए।’ जनरल रावत ने कहा कि यह यदि यह सम्मान (भारत रत्न) अन्य लोगों को मिल सकता है तो मेरी समझ में यह नहीं आता कि करिअप्पा इस सम्मान को पाने के हकदार क्यों नहीं हैं।
भारतीय सेना में करिअप्पा उन दो ऑफिसर्स में शामिल है। जिन्हें फील्ड मार्शल के फाइव स्टार रैंक से नवाजा गया हैं। कर्नाटक के रहने वाले करिअप्पा 1949 में स्वतंत्र भारत के पहले कमांडर इन चीफ बनें थे। करीब 30 साल तक इंडियन आर्मी में अपनी सेवा देने के बाद 1993 में करिअप्पा का देहांत हुआ हो गया।