दिल्ली की एक अदालत ने आज पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में मौजूद एक व्यक्ति की हिरासत तीन दिन के लिए बढा दी। आरोप है कि इस व्यक्ति ने यहां एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के आधिकारिक आवास पर 25 लाख रुपये की नकदी भेजी थी।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट भावना कालिया ने कल मंजूर की गई एक दिन की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर आज अदालत में पेश किये गये रंजीत मलिक उर्फ जॉनी की हिरासत की अवधि बढा दी।
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ईडी की ओर से पेश विशेष लोक अभियोजक नीतीश राना द्वारा दायर आवेदन पर अदालत ने कहा कि आरोपी को तीन और दिन के लिए हिरासत में पूछताछ के लिए भेजा जा रहा है और उसे सोमवार को संबंधित अदालत में पेश किया जाए।
ईडी के अनुसार, मलिक ने राकेश चंद्रा नाम के व्यक्ति के जरिये 23, मदर टेरेसा क्रीसेंट पर 25 लाख रुपये कथित रूप से भेजे थे जो कांग्रेसी नेता अहमद पटेल का आधिकारिक पता है।
ईडी ने कल अदालत को बताया था कि जब्त सामग्री, टेलीफोन की बातचीत और बैंक खाता ब्यौरे में नकदी सहित कई वित्तीय लेनदेन का जिक्र है जिसका स्टर्लिंग बायोटेक ग्रुप से संबंध है। रंजीत मलिक सहयोग नहीं कर रहे हैं और उसने गगन धवन के सहयोगी के रूप में काम किया और वह धन शोधन में सक्रिय रूप से शामिल है।