कश्मीर के बडगाम जिले में शनिवार शाम हुए आतंकवादी हमले में एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शहीद हो गए, जबकि उनका भाई घायल हो गया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। उन्होंने कहा कि घटना बडगाम के चाडाबाग इलाके में हुई। पुलिस अधिकारी ने कहा कि एसपीओ इशफाक अहमद और उनके भाई उमर जान के आवास पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की।
उन्होंने कहा, ‘इश्फाक अहमद ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।’ इस बीच, संयुक्त बलों ने इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों का पता लगाने के लिए बड़ पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। उल्लेखनीय है कि इश्फाक कश्मीर में पिछले चार दिनों में मारे गए दूसरे पुलिसकर्मी हैं। इससे पहले 22 मार्च को श्रीनगर के त्रूनीमार सौरा इलाके में एक संक्षिप्त गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी।
शहीद एसपीओ की मौत के नेताओं ने दी अपनी प्रतिक्रिया
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘एक आतंकवादी हमले में मारे गए एसपीओ इशफाक अहमद की मौत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। उसी हमले में उसका भाई उमर घायल हो गया। मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि इश्फाक को जन्नत में जगह मिले और उमर तेजी से पूरी तरह स्वस्थ हो जाए।
जेके काफ्रेंस नेता इमरान अब तो हमारी निंदा भी खाली लगती हैं
इसके अलावा पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता इमरान अंसारी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘सच कहूं तो हमारी निंदा भी अब खाली लगती है। कहने के लिए शब्द नहीं हैं। कितने कश्मीरियों को अपनी जान गंवानी होगी? आज उमर अहमद डार, कल कोई और होगा – मानो कश्मीर में त्रासदियों का कोई अंत नहीं।’’ ‘जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी’ के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने कहा कि बेतुकी हिंसा और रक्तपात ने जम्मू-कश्मीर के लोगों पर काफी प्रभाव डाला है, परिवारों को तोड़ दिया है और सामूहिक त्रासदियों में इजाफा किया है। बुखारी ने एक बयान में कहा कि पुलिसकर्मी और उनके छोटे भाई पर कायरतापूर्ण हमले ने उन्हें स्तब्ध और अवाक कर दिया है।