झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) प्रजातांत्रिक के केन्द्रीय प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह ने आज कहा कि बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी अविलंब पूर्ण शराबबंदी लागू होनी चाहिए। श्री सिंह ने आज यहां कहा कि डोरंडा की घटना राज्य सरकार की आंख खोलने के लिए काफी है। सरकार के पास डोरंडा जैसी या इससे भी किसी भयावह घटना का इंतजार करने की बजाय अविलंब मौत के इस कारोबार पर तत्काल पूर्ण प्रतिबंध लगाकर एक नजीर पेश करने का सुनहरा मौका है।
उन्होंने कहा कि यदि रघुवर सरकार को विपक्षी पार्टियों की यह जनहितकारी सलाह नागवार लगती हो तो अपने नये राजनीतिक सखा (जनता दल यूनाईटेड) को ही आदर्श मानकर राज्य में सरकार को पूर्ण शराबबंदी लागू कर देनी चाहिए। झाविमो नेता ने कहा कि एक तरफ रघुवर सरकार नशामुक्त गांवों को एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की बात करती है वहीं दूसरी ओर गांव-गांव में खुद शराब की दुकान भी खोलती है। यह सरकार का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है। उन्होंने जहरीली शराब से हुई मौत मामले में विभागीय मंत्री होने की वजह से मुख्यमंत्री रघुवर दास से नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफे की मांग की है।