रायपुर : छत्तीसगढ़ के चुनावी मिशन में सत्ताधारी दल की कवायदों के बीच कांगे्रेस ने भी अपनी तैयारियों को आगे बढ़ाने की रणनीति तय की है। भाजपा के जनसंपर्क यात्रा के जवाब में कांग्रेस अब सभी विधानसभाओं में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी। जन संवाद के जरिए आम लोगों से सीधे रूबरू होने की तैयारी है। आम लोगों से उनकी समस्याओं को सामने लाकर इसे चुनाव में उछाला जाएगा। वहीं मुद्दों के जरिए एक तरह से सत्ताधारी दल के लिए मुश्किलें खड़ी करने की रणनति है।
कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के जरिए जनसंवाद का संचालन होगा। वहीं हर विधानसभा क्षेत्र से इसकी पूरी रिपोर्ट भी तैयार होगी। प्रदेश कांग्रेस ने पहले ही छत्तीसगढ़ के परंपरागत औरधरोहर माने जाने वाली चार चीजों को बचाने के लिए नारा दिया है। नरवा, घुरूवा, गरवा और बारी को बचाने का नारा देकर इसके लिए सोशल मीडिया में भी इसके लिए व्यापक अभियान चलाया गया है। इस मामले में कांग्रेस अब छत्तीसगढ़ के परंपरागत त्यौहार हरेली के दिन से ही इसका आगाज करेगी। वहीं सभी विधानसभाओं के वार्डों में कार्यकर्ता इन नारों के तहत आम लोगों को रिझाने की कोशिशें करेंगे।
कांग्रेस का आरोप है कि रमन सरकार ने प्रदेश में इन परंपरागत चीजों को बाहरी उद्योग समूहों के वाले कर दिया है। इससे प्रदेश में परंपरागत नरवा, घुरूवा खत्म हो गए हैं। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा संचालित गैशालाओं में ही गौमाताओं की हत्या हो रही है। राज्य के कई गौशालाओं से प्रकरण उजागर हुए हैं। छत्तीसगढ़ के गांवों में बाड़ी का भी अपना महत्व रहा है। गांवों में अब बाडिय़ां भी खत्म हो रही है। कांग्रेस की इस रणनीति को चुनावी लिहाज से भी अहम माना जा रहा है। जनसंवद के दौरान वरिष्ठ नेताओं की भी मौजूदगी सुनिश्चित होगी। इस दौरान आम लोगों से कांग्रेस के नेता सीधी बात कर सरकार की नाकामियां उजागर करेंगे।