मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की जिसके बाद राज भवन से बाहर निकलते समय उन्होंने विक्ट्री का साइन बनाया। मध्यप्रदेश में सियासी घटनाक्रमों के लगातार जारी रहने के बीच कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा। उन्होंने पत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विधायकों की‘हॉर्सट्रेडिंग’का आरोप लगाया।
कमलनाथ ने राज्यपाल से अनुरोध किया गया कि वह ‘बेंगलुरु में कैद में रखे गए विधायकों की रिहाई’ सुनिश्चित करें। तीन पेज का पत्र राज्यपाल को सौंपने के साथ ही कमलनाथ ने उन्हें राजनैतिक हालातों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा पर विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया और उनके रिहाई की मांग की। उन्होंने कहा कि बंधक विधायकों के सामने आने के बाद फ्लोर टेस्ट हो।
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कमलनाथ ने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि बीजेपी क्या कर रही है। राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र में पत्र में उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि ‘स्पीकर द्वारा तय की गई तारीख पर विधानसभा के आगामी सत्र में फ्लोर टेस्ट’। राज्यपाल से मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि फ्लोर टेस्ट राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र पर होगा लेकिन यह तभी संभव है जब 22 विधायकों को कैद से मुक्त किया जाएगा।
बता दें मध्य प्रदेश में बीते एक सप्ताह से सियासी खींचतान मची हुई है। कांग्रेस के 22 विधायकों ने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है जिसमें से 19 विधायक बेंगलुरू में है।वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बेंगलुरू गए छह मंत्रियों को बर्खास्त करने की राज्यपाल से सिफारिश की है।