कांग्रेस मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रदेश में समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। वहीं इससे पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर बैठक की है, जिससे पार्टी के अंदर ही मतभेद उभर कर सामने आने लगे हैं।
संजय निरुपम ने कहा, “इससे फर्क नहीं पड़ता है कि कौन सरकार बनाता है और कैसे? लेकिन महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता से इंकार नहीं किया जा सकता। समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार रहें। यह 2020 में हो सकता है। क्या हम शिवसेना के साझेदार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं?”
कांग्रेस हालांकि महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के नाम पर दोफाड़ हो चुकी है। निरुपम हालांकि इस संबंध में मुखर रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी है कि ‘शिवसेना पर विश्वास करना पार्टी के लिए घातक होगा।’ उनका हालिया बयान तब आया है जब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और अन्य नेताओं की बैठक हुई है।
No matter who forms govt and how ? But the political instability in Maharashtra can not be ruled out now. Get ready for early elections. It may take place in 2020.
Can we go to the elections with ShivSena as partner ?— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 11, 2019
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने का निर्णय ले लिया है और वह महाराष्ट्र में कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के समर्थन से सरकार बनाएगी। भाजपा के इंकार करने के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल बी.एस. कोश्यारी ने रविवार रात शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था।