महाराष्ट्र के पुणे में बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा एक मंदिर में स्थापित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिमा को हटा दिया गया है। 37 वर्षीय मयूर मुंडे ने राम मंदिर निर्माण पर प्रधानमंत्री को सम्मान देने के लिए उनकी प्रतिमा स्थापित करवाई थी। वहीं एनसीपी ने इस मंदिर निर्माण को ‘बौद्धिक दिवालियेपन’ का प्रतीक बताया।
एनसीपी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को औंध इलाके में प्रदर्शन किया। एनसीपी की नगर इकाई के प्रमुख प्रशांत जगताप ने व्यंगात्मक लहजे में कहा, “शहर में आशावाद व्याप्त हो गई है कि (मोदी के लिए मंदिर निर्माण के बाद) अब ईंधन की कीमतों में कमी आएगी, महंगाई घटेगी और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये आएंगे। हम यहां आए हैं और देखा कि मंदिर से ‘भगवान’ गायब हैं।”
उन्होंने कहा कि ऐसे मंदिर का निर्माण “बौद्धिक दिवालियेपन” का प्रतीक है। मयूर मुंडे ने मंदिर निर्माण पर कहा था कि मंदिर प्रधानमंत्री को उनकी श्रद्धांजलि है जिन्होंने “अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराया है।” मुंडे ने कहा था, “प्रधानमंत्री बनने के बाद, मोदी ने बहुत सारे विकास कार्य किए हैं और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक जैसे मुद्दों को सफलतापूर्वक निपटाया है।”
मुंडे ने यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री की आवक्ष प्रतिमा और निर्माण में प्रयुक्त लाल संगमरमर जयपुर से लाया गया था और कुल खर्च लगभग 1.6 लाख रुपए आया था।