कोयंबटूर पुलिस ने शुक्रवार को यहां भाजपा और हिंदू मुन्नानी नेताओं के वाहनों पर कुछ उपद्रवियों द्वारा पेट्रोल बम फेंकने के बाद पूरे जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
ये हमले संभवत: गुरुवार को तमिलनाडु और देश के अन्य हिस्सों से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं की गिरफ्तारी के जवाब में किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि पेट्रोल बम हमले के प्रकाश में आने के बाद तमिलनाडु स्पेशल पुलिस (टीएसपी) की चार कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियों को तैनात किया गया है।
टीएसपी की प्रत्येक कंपनी में 100 पुलिसकर्मी होते हैं, जबकि प्रत्येक आरएएफ कंपनी में 100 पुलिसकर्मी भी होते हैं।
कोयंबटूर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल बम हमलों में शामिल दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
पुलिस ने समुदायों के बीच किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए मंदिरों, मस्जिदों और चचरें सहित शहर के सभी धार्मिक स्थलों और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है।
पुलिस कोयंबटूर-पलक्कड़ सीमा चौकियों पर भी गहन जांच कर रही है, क्योंकि कोयंबटूर में अपराध करने के बाद कुछ बदमाशों के केरल भागने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया,’हमने अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की नौ कंपनियां तैनात की हैं। जो कोई भी इसका उल्लंघन करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कानून सख्त होगा और पुलिस ऐसे सभी प्रयासों को कुचल देगी।’
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पीएफआई के परिसरों पर छापेमारी के बाद तमिलनाडु से 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में तमिलनाडु के पीएफआई के शीर्ष नेता ए.एम. इस्माइल शामिल हैं, जो संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य हैं।
पीएफआई की डिंडीगुल इकाई के जोनल सचिव यासर अराफात और पीएफआई के कुड्डालोर जिला सचिव फैयाज अहमद को भी गिरफ्तार किया गया है।