रविवार को बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग 305 सहित 112 सड़कें अवरुद्ध हो गईं। इसके अलावा 12 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हो गयी हैं, सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में आग लगने की एक घटना सामने आई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 24 जून को मानसून शुरू होने के बाद से पहाड़ी राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में प्रतिदिन औसतन लगभग सात लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
इस आपदा से जनजीवन प्रभावित
हिमाचल प्रदेश पिछले कई हफ्तों से भारी बारिश से हो रही है और राज्य को बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं, जैसे भूस्खलन, बादल फटना, बाढ़ आदि में जान-माल के साथ-साथ भारी नुकसान हुआ है। इस बीच, बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 397 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 143 लोगों की जान भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने के कारण गई है। जानकारी के अनुसार, 370 लोग घायल हुए हैं जबकि 39 लोग अभी भी लापता हैं, सरकार ने शनिवार को यह जानकारी दी।
हिमाचल प्रदेश में इन जिलों में प्राकृतिक आपदा ने दिखाया रोद्र रुप
अगस्त में भी हिमाचल प्रदेश के छह जिलों शिमला, मंडी, सोलन, हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा में अनुमान से ज्यादा बारिश हुई। इससे खासकर शिमला, सोलन और मंडी में कुदरत ने ज्यादा कहर बरपाया है। बता दें कि इस प्राकृतिक आपदा से इन जिलों में भारी नुकसान देखने को मिला, तेज बारिश के कारण राज्य की सरकारी संपतियों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा।