मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है। वहीं नीमच जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। नीमच में बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव हो गया है। वही, इस घटना में अबतक कोई घायल नहीं हुआ है।
ग्रामीणों ने जनआशीर्वाद यात्रा को रोककर किया भारी विरोध
खबरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि जिले के मनासा विधानसभा क्षेत्र के अंतिम गाँव चेनपुरिया मे हुई है ग्रामीणों ने जनआशीर्वाद यात्रा को रोककर भारी विरोध किया है। लेकिन जब यात्रा नहीं रुकी तो पत्थर फेंकने शुरू कर दिए और कुछ वाहनों पर पथराव भी किया है वही, सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स घटना स्थल पर पहुँच गया। बता दे कि इस दौरान बीजेपी के मनासा विधायक माधव मारू मौजूद थे।
गांव के लोग इलाके में आए चीता प्रोजेक्ट का कर रहे थे विरोध
खबरों के अनुसार, जन आशीर्वाद यात्रा रामपुरा से निकलकर मंदसौर जिले के गांधी सागर होते हुए भानपुरा जा रही थी। इसी बीच जैसे ही जन आशीर्वाद यात्रा मनासा विधानसभा के आखिरी गांव चेनपुरिया पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने पथराव कर दिया. बताया जा रहा है कि गांव के लोग इलाके में आए चीता प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे थे। उनका कहना है कि अगर हमारी जमीन चीता प्रोजेक्ट में चली गयी तो हजारों गायें कहां चरेंगी। इस विरोध की तैयारी ग्रामीणों ने पहले से ही कर रखी थी, इसी बीच बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने यात्रा मार्ग पर जानवर खड़े कर दिए और चोरी छुपे यात्रा पर पथराव कर दिया, जिससे चार से पांच गाड़ियों के शीशे टूट गए। पथराव के दौरान किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। और रात 8 बजे तक यात्रा मंदसौर जिले के गांधी सागर पहुंच गई। आपको बता दें कि नीमच में सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी।
बीजेपी ने इसके पीछे कांग्रेस का हाथ बताया
वहीं, बीजेपी ने इसके पीछे कांग्रेस का हाथ बताया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने आरोप लगाया हुए कहा है कि कांग्रेसी पेड़ों के पीछे छिपे थे और उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी।
नीमच, मध्यप्रदेश का ये वीडियो तकलीफ़देह है,
पर धरातल की असलियत भी दर्शाता है।शिवराज की “अवसरवाद यात्रा” के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है। पाप का घड़ा भर गया है।
जहां हम हिंसा के कदापि पक्षधर नहीं, पर आक्रोशित युवाओं और महिलाओं को पुलिसीया डंडों से पीटना, दबाना भी उचित नहीं।… pic.twitter.com/vwXkgOq2el
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 5, 2023
यह घटना मंगलवार रात करीब 8 बजे जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर रामपुरा क्षेत्र के राउली कुड़ी गांव में हुई। यात्रा पर हमले की वजह चीता प्रोजेक्ट को लेकर विरोध भी बताया जा रहा है।
बता दे कि इस यात्रा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, बंशीलाल गुर्जर और मनासा विधायक माधव मारू भी यात्रा के साथ थे।