भाकपा के वरिष्ठ नेता डी राजा ने राफेल मामले में बुधवार को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसे केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार के लिए झटका बताया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि याचिकाकर्ता अब राफेल मामले में पुनर्विचार याचिका में उन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिन पर केंद्र ने विशेषाधिकार का दावा किया था।
भाकपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि अब सच का पता चलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को राफेल सौदे से संबंधित कुछ नए दस्तावेजों को आधार बनाये जाने पर केंद्र की प्रारंभिक आपत्ति को ठुकरा दिया। डी राजा ने कहा, ‘‘ सरकार के लिए यह एक झटका है और उनके मुंह पर तमाचा है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के तर्क को खारिज कर दिया।
अब नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली क्या जवाब देंगे क्योंकि वह हमेशा क्लीनचीट के बारे में बोलते रहते हैं।’’ दस्तावेज गैरकानूनी तरीके से हासिल किए और 14 दिसम्बर, 2018 के निर्णय को चुनौती देने के लिए इसका प्रयोग किया गया। दस्तावेजों की स्वीकार्यता पर केंद्र के तर्क को सर्वसम्मति से खारिज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से खुश हैं।