कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने रविवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह बागी विधायकों पर लीक ऑडियो क्लिप में उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। वहीं, विपक्षी दल ने विधायकों की बगावत में भाजपा की कथित संलिप्तता को लेकर राज्यव्यापी प्रदर्शनों की घोषणा की। कांग्रेस ने यह भी कहा कि वह सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने यह मामला उठायेगी।
येदियुरप्पा ने कहा कि जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया, उन्होंने (अयोग्य ठहराये गए विधायकों) अपनी वजह से ऐसा किया और भाजपा का उससे कोई लेना-देना नहीं है। लीक ऑडियो क्लिप में अपने कथित बयान का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, “आगे क्या किया जाए, यह हमारी पार्टी तय करेगी, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करेंगे। मैंने बस यही कहा है, और कुछ नहीं।”
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मुख्यमंत्री ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कहा था कि वह उन लोगों को टिकट देंगे जिन्होंने इस्तीफा दिया। येदियुरप्पा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में भ्रम पैदा करने के लिए मामले को अनावश्यक रूप से तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “इसका कोई मतलब नहीं है। अमित शाह का इस्तीफा मांगना मूर्खता है । यह दुष्प्रचार है। लोग उपचुनाव में (कांग्रेस को) सबक सिखायेंगे।”
उन्होंने कहा कि क्लिप में उन्होंने जो कुछ कहा है, वह यह है कि पूरा देश इस बात से वाकिफ है कि अयोग्य ठहराये गये विधायक मुम्बई में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “अमित शाह का उससे क्या लेना-देना है। (बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश करना) प्रचार के किया जा रहा है। मैं सिद्धरमैया के इस आचरण की निंदा करता हूं।”
येदियुरप्पा कथित तौर पर इस ऑडियो में हुबली में हाल ही में पार्टी की एक बैठक में अयोग्य ठहराये गये कांग्रेस-जद (एस) के विधायकों को पांच दिसंबर के उपचुनाव में टिकट देने का विरोध किये जाने पर नाखुशी प्रकट करते सुनाई देते हैं। यह ऑडियो शुक्रवार को सामने आया था।
वायरल ऑडियो क्लिप में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को कथित तौर पर यह कहते सुना जा सकता है कि कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के अंतिम दिनों में दोनों पार्टियों के बागी विधायकों को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की निगरानी में मुंबई में रखा गया था।