लुधियाना-खन्ना : खन्ना के एसएसपी नवजोत सिंह माहल की तारीफ करते हुए आईजी अर्पित शुक्ला ने संवाददाता सम्मेलन के जरिए आज दावा किया है कि लुधियाना के नजदीक समराला के गांव चाहिला में एक ही परिवार के तिहरे अंधे कत्ल की गुत्थी चंद दिनों में सुलझाकर खन्ना पुलिस ने सराहनीय काम किया है। इस अवसर पर डीआईजी गुरशरण सिंह संधू भी उपस्थित थे। स्मरण रहे कि समराला के नजदीक गांव चाहिला में एक ही परिवार के तीनों सदयों के हाथ-पैर बांधकर कत्ल कर दिया गया था। मृतकों में पति-पत्नी और उनका पुत्र शामिल था। मृतक मूल रूप से फतेहगढ़ साहिब के मीरपुर के रहने वाले थे। लुधियाना पुलिस और समराला पुलिस ने मिलकर इस तिहरे कत्लकांड को हल किया है।
पुलिस ने एक मार्च को हुए एक ही परिवार के सदस्यों के कत्ल के मामले में एक साधु को गिरफतार किया है। गिरफतार किए गए साधु की पहचान लुधियाना के रहने वाले विपन जैन पुत्र बूटा राम जैन निवासी डाबा के रूप में हुई है और वह आटो चालक बताया जा रहा है। विपन जैन अपने घर में बाबा बालकनाथ की चौकियां करता है। आईजी अर्पित शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने कथित कातिल समेत कत्ल के लिए प्रयोग में लाएं गए हथियार भी ढूंढ निकाले है।
आईजी जोनल अर्पित शुक्ला और एसएसपी खन्ना नवजोत सिंह ने बताया कि कातिल तांत्रिक स्वयं को भगवान मानता था और एक कार्यक्रम में आरोपी मृतक परिवार के संपर्क में आया था, जोकि फतेहगढ़ जिले से संंबंधित थे। मृतक परिवार के सदस्य अपनी समस्त जमीन जायदाद बेचकर कुछ समय पहले ही समराला के उक्त गांव में आकर बसे थे। घटना वाले दिन एक बजे के करीब आरोपी परिवार के आमंत्रण पर उनके घर आया था। पुलिस के मुताबिक परिवार के सदस्य आर्थिक पक्ष से कमजोर थे और इस संकट से स्वयं को रब आसरे उबारना चाहते थे। आरोपी को इस बात का आभास था कि घर के मुखिया ने अपनी बाकी बची जमीन का टुकड़ा भी बेचा है और उसकी अदायगी के पैसे भी घर पर ही रखे है।
पुलिस के मुताबिक घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी ने परिवार के तीनों सदस्यों को पानी में कुछ मिलाकर देते हुए यह कहा कि यह पावन कुदरती जल है। थोड़ी देर बाद ही नशीली गोलियों का प्रभाव होने लगा तो अद्र्धमूर्छित अवस्था में उसने घर के एक-दूसरे कमरे में ढोंग करते हुए एक-एक सदस्य को क्रमवार बुलाना शुरू कर दिया। सबसे पहले उसने सुखदेव को बुलाया और फिर पास रखी तेजधार कुल्हाड़ी से उसका कत्ल कर दिया। इसके बाद घर की मालकिन गुरमीत कौर और उसके पश्चात घर के बेटे हरजीत सिंह को मारकर वह चंपत हो गया। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ के दौरान कबूला है कि परिवार के सदस्य आर्थिक तंगी के अभाव के चलते अपने बेटे को विदेश भेजना चाहते थे और उसने उनकी भावनाओं से खिलवाडं करते हुए घिनौना काम किया है। पुलिस ने आरोपी से घर से चोरी किए गए मोबाइल, 2 एटीएम कार्ड और नशे की गोलियां भी बरामद की है।
– सुनीलराय कामरेड
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