नयी दिल्ली : महेंद्र सिंह धोनी के 2014-15 में आस्ट्रेलिया दौरे पर बीच में ही टेस्ट कप्तानी छोड़ देने के बाद विराट कोहली ने भारतीय टीम की कप्तानी संभाली थी और 2015 में श्रीलंका दौरे से भारतीय क्रिकेट का विराट युग शुरू हुआ था। भारतीय टीम 2015 में अगस्त में श्रीलंका पहुंची। धोनी के टेस्ट कप्तानी से इस्तीफे और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद भारतीय टीम नये दौर से गुजर रही थी और श्रीलंका दौरे में उसकी कड़ी परीक्षा होनी थी। भारत गाले में पहले टेस्ट में 176 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुये 112 रन पर ढेर होकर यह मैच हार गया। लेकिन भारत ने वापसी करते हुये दूसरा टेस्ट 278 रन से और तीसरा टेस्ट 117 रन से जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
यही वह समय था जब भारतीय क्रिकेट में विराट युग की शुरूआत हो गयी थी। भारत ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से, वेस्टइंडीज को 2-0 से, न्यूजीलैंड को 3-0 से, इंग्लैंड को 4-0 से, बंगलादेश को।0 से और आस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर लगातार सातवीं टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की और दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम बन गयी। भारत इसी दबदबे को बरकरार रखने अब श्रीलंका उतरेगा। भारतीय टीम श्रीलंका दौरे पर 19 जुलाई को जाएगी जहां उसे तीन टेस्ट, पांच वनडे और एक ट्वेंटी 20 मैच खेलना है। सीरीज का पहला टेस्ट गाले में 26 जुलाई से होगा। विराट अपनी कप्तानी में अब तक 26 टेस्टों में 16 मैच जीतकर तीसरे सबसे सफल भारतीय कप्तान बन चुके हैं। उनसे आगे सौरभ गांगुली(21 जीत) और धोनी(27 जीत) हैं।