कुछ दिन पहले मैं इलाज के लिए एक डॉक्टर के पास गया था।
यह जानने पर कि मैं भारत में अफ़ग़ान राजदूत हूँ, डॉक्टर ने मेरे इलाज के लिए कोई भी भुगतान स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
जब मैंने कारण पूछा तो मुझे बताया गया कि मैं अफगानिस्तान के लिए बहुत कम कर सकता हूं और यानी 1/2— Farid Mamundzay फरीद मामुन्दजई فرید ماموندزی (@FMamundzay) June 30, 2021
दरअसल, मामुन्दजई कुछ दिन पहले एक चिकित्सक के पास इलाज कराने गए थे। चिकित्सक को जब यह पता चला कि मरीज भारत में अफगानिस्तान के राजदूत हैं तो उन्होंने फीस नहीं ली। ट्विटर पर अपना अनुभव साझा करते हुए राजदूत ने बताया कि जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो उक्त चिकित्सक ने बताया कि वह अफगानिस्तान के लिए बहुत कुछ नहीं कर सकते इसलिए कम से कम ‘‘एक भाई से फीस नहीं लूंगा।’’
कुछ दिन पहले मैं इलाज के लिए एक डॉक्टर के पास गया था।
यह जानने पर कि मैं भारत में अफ़ग़ान राजदूत हूँ, डॉक्टर ने मेरे इलाज के लिए कोई भी भुगतान स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
जब मैंने कारण पूछा तो मुझे बताया गया कि मैं अफगानिस्तान के लिए बहुत कम कर सकता हूं और यानी 1/2— Farid Mamundzay फरीद मामुन्दजई فرید ماموندزی (@FMamundzay) June 30, 2021
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अफगान राजदूत ने पूछा कि क्या यह हरिपुरा गुजरात के सूरत में है। ढिल्लों के मुताबिक उनका गांव हरिपुरा पंजाब की सीमा से लगे राजस्थान के हनुमानगढ़ में है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया और मामुन्दजई से कहा कि वह ढिल्लों के गांव हरिपुरा भी जाएं और गुजरात के सूरत स्थित हरिपुरा भी जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात का हरिपुरा भी अपने आप में इतिहास समेटे हुए है।
आप @BalkaurDhillon के हरिपुरा भी जाइए और गुजरात के हरिपुरा भी जाइए, वो भी अपने आप में इतिहास समेटे हुए है। मेरे भारत के एक डॉक्टर के साथ का अपना अनुभव आपने जो शेयर किया है, वो भारत-अफगानिस्तान के रिश्तों की खुशबू की एक महक है। https://t.co/gnoWKI5iOh
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
मेरे भारत के एक डॉक्टर के साथ का अपना जो अनुभव आपने साझा किया है, वह भारत-अफगानिस्तान के रिश्तों की महक है।’’ गुजरात के हरिपुरा का महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ गहरा नाता है। सुभाष चंद्र बोस की अध्यक्षता में 19 से 22 फरवरी, 1938 के दौरान हरिपुरा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बैठक हुई थी जो हरिपुरा अधिवेशन के नाम से मशहूर है।