वीर सावरकर को लेकर एक बार फिर देश की सियासत में बहस छिड़ गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा सावरकर को “राष्ट्रवादी” बताए जाने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिकिया देते हुए कहा कि वे विकृत इतिहास पेश कर रहे हैं।
ओवैसी ने बुधवार को बोलते हुए कहा कि वे विकृत इतिहास पेश कर रहे हैं। यदि यह जारी रहा, तो वे एक दिन महात्मा गांधी को हटा देंगे और सावरकर को राष्ट्रपिता बना देंगे, जिन पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाया गया था और जिन्हें न्यायमूर्ति जीवन लाल कपूर की जांच में शामिल घोषित किया गया था।
राजनाथ सिंह ने सावरकर को बताया राष्ट्रवादी
सावरकर पर एक किताब का विमोचन करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान ने एक बार फिर सियासत का पारा चढ़ा दिया है। राजनाथ सिंह ने उदय माहूरकर और चिरायु पंडित की पुस्तक ‘‘वीर सावरकर हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन’’ के विमोचन करते हुए कहा कि, ‘‘एक खास विचारधारा से प्रभावित तबका वीर सावरकर के जीवन एवं विचारधारा से अपरिचित है और उन्हें इसकी सही समझ नहीं है, वे सवाल उठाते रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र नायकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में वाद प्रतिवाद हो सकते हैं लेकिन उन्हें हेय दृष्टि से देखना किसी भी तरह से उचित और न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर सावरकर महान स्वतंत्रता सेनानी थे, ऐसे में विचारधारा के चश्मे से देखकर उनके योगदान की अनदेखी करना और उनका अपमान करना क्षमा योग्य नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘वीर सावरकर महानायक थे, हैं और भविष्य में भी रहेंगे। देश को आजाद कराने की उनकी इच्छा शक्ति कितनी मजबूत थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अंग्रेजों ने उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई, कुछ विशेष विचारधारा से प्रभावित लोग ऐसे राष्ट्रवादी पर सवालिया निशान लगाने का प्रयास करते हैं । ’’