भारत और ब्रिटेन के बीच संभावित सामाजिक सुरक्षा समझौते की ओर सकारात्मक कदम का भारतीय उद्योग जगत ने स्वागत किया है। कम समय के लिए कुशल भारतीय पेशेवरों को लाने के संबंध में अतिरिक्त खर्च में कटौती करने के वास्ते ब्रिटेन में भारतीय व्यवसायियों की यह लंबे समय से मांग रही है।
भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता (ईएफडी) के 11वें संस्करण के तहत भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बृहस्पतिवार को बातचीत हुई। इसके बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया कि बैठक में जलवायु परिवर्तन में सहयोग से लेकर वित्तीय सेवा निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।
FM @nsitharaman and Mr @RishiSunak held a virtual business engagement with Chairpersons of India-UK Financial Partnership (IUKFP) and Climate Finance Leadership Initiative India Chapter (CFLI India), at the sidelines of 11th India-U.K. Economic and Financial Dialogue. (8/8) pic.twitter.com/eoM5lwr6ol
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) September 2, 2021
बयान में यह भी कहा गया कि केवल ब्रिटेन में अस्थायी रूप से रहने वाले भारतीय पेशेवरों के लिए सामाजिक सुरक्षा या पेंशन के मुद्दे पर बातचीत की जाएगी। संयुक्त बयान में कहा गया, “ब्रिटेन और भारत संयुक्त वार्ता के लिए प्रतिबद्ध हैं जिसमें सामाजिक सुरक्षा समझौते की संभावना के संबंध में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए हितधारकों की प्रतिभागिता को शामिल किया जाएगा।
पहली बैठक 26 अगस्त 2021 को हुई थी।” कई सालों से इस मुद्दे के लिए अभियान चला रहे भारतीय वाणिज्य चैंबर और उद्योग परिसंघ (फिक्की) ने कहा कि यह लंबे समय से चिंता का विषय है जिस पर अंततः ध्यान दिया जा रहा है।