अपनी सियासी पारी शुरू करने वाली धरोहर गोरखपुर में योगी आदित्यनाथ ने संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मुलाकात की हैं। योगी आदित्यनाथ ने चुनावों में मिली प्रचंड जीत के बाद पहली मुलाकात की हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को गोरखपुर प्रवास पर आए सरसंघचालक मोहन भागवत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माधव धाम में मुलाकात की। संघ प्रमुख से योगी से योगी आदित्यनाथ की करीब 40 मिनट बातचीत चली. इस दौरान दोनों के बीच सामाजिक के साथ राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। योगी ने संघ प्रमुख को शपथ ग्रहण समारोह में आने का निमंत्रण दिया है.
संघ प्रमुख तीन दिन गोरखपुर में संगठन श्रेणी व जागरण श्रेणी की बैठक लेंगे
वहीं, RSS प्रमुख मोहन भागवत चार दिवसीय (19 से 22 मार्च) दौरे पर गोरखपुर आए हैं. वो संघ के विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। 20 और 21 मार्च को संगठन श्रेणी और जागरण श्रेणी की बैठक लेंगे। 22 मार्च को कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. बाबा गंभीरनाथ सभागार में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में स्वयंसेवक और उनके परिजन हिस्सा लेंगे।
केंद्र व संगठन से जुड़े लोग बनेंगे शपथ गृहण समारोह के साक्षी
भाजपा सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के शपथ ग्रहण में शामिल होने की संभावना है। साथ ही केंद्र सरकार के कई मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों के भी शामिल होने की संभावना है।
देश के दिग्गज विपक्षी नेता शपथ गृहण समारोह में होगें शामिल
उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा।
केंद्रिय गृहमंत्री अमित शाह व पूर्व सीएम रघुवर दास को बनाया गया हैं यूपी का पर्यवेक्षक
उत्तर प्रदेश में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को क्रमशः पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया है एवं शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को योगी के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दिया जाएगा।
भाजपा ने स्पष्ट बहुमत किया हैं हासिल
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने 403-सदस्यीय विधानसभा में 255 सीटें जीतीं हैं और उसके सहयोगियों ने 18 अन्य सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का रास्ता साफ किया है। उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव हुए और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए गए।