श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर में शायद ही कोई दिन हो, जिस दिन आतंकवादी सुरक्षाकर्मियों को निशाना नहीं बना रहे हैं। यहां आतंकवादियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे सीधे तौर पर सुरक्षाकर्मियों की टुकड़ियों और उनके शिविरों पर हमला कर रहे हैं। एक ताजा मामले में पुलवामा में आतंकवादियों ने CRPF जवान की घर में घुसकर हत्या कर दी। CRPF जवान नसीर अहमद राथेर छुट्टियों में पुलवामा के नायरा इलाके में अपने घर लौटा था। आतंकियों को इस बात की जानकारी मिली और वो जवान के घर में घुस गए और उस पर गोलियां चलाईं। घायल हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के जवान की उनके घर में घुस कर गोली मारकर हत्या कर दी। नासिर अहमद राथर केंद्रीय रिजर्व पुलिस पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कांस्टेबल थे। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के नैरा इलाके में अज्ञात आतंकी उनके घर में घुसे और उन्हें गोली मार दी।
राथर गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और हमलावरों की तलाश जारी है। इस संबंध में एक मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस घटना के एक दिन पहले घाटी में दो अलग-अलग जगहों पर बैंकों पर धावा बोलकर वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीन कर ले गए थे। इतना ही नहीं एक नेता के घर बाहर तैनात पुलिस की टीम पर हमला करके वे वहां से चार राइफल छीनकर फरार हो गए।
शहीद नासिर को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
आज तड़के सीआरपीएफ जवान नसीर अहमद राथेर की अंतिम यात्रा पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। नसीर को लोगों ने नम आंखों से लोगों ने अंतिम विदाई दी। इस दौरान शहीद नासिर के परिवार का रो रोकर बुरा हाल है।
नासिर से पहले भी हुई हैं हत्याएं
नासिर अहमद पहले फौजी नहीं हैं जिन्हें आतंकवादियों ने कायरतापूर्ण तरीके से हत्या की हो। बीते 21 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में छुट्टी पर गए सिपाही सलीम शाह का भी अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई थी।
6 जुलाई को शोपियां से पुलिसकर्मी जावेद डार को भी अगवा कर मार डाला गया था। बाद में डार का शव कुलगाम से बरामद किया गया।
सबसे अधिक चर्चा में रहा औरंगजेब की हत्या का मामला। पुलवामा में औरंगजेब का अपहरण किया गया। इसके बाद उन्हें टॉर्चर कर जान से मार दिया गया।