लुधियाना : विधि का
विधान कहो या फिर अनहोनी। बुधवार की सुबह नवजीवन शुरू करने के लिए दुल्हन के संग 7 फेरे लेकर जन्मजन्मांतर की कसमें खाने वाले दूल्हे की एक सडक़ हादसे में मौत
हो गई। जबकि इस हादसे में जान गंवाने वाला दूसरा शख्स दूल्हे का जीजा है। इसी
हादसे में 5 अन्य लोग भी घायल हुए है जिनमें एक की गंभीर हालत देखते हुए स्थानीय डीएमसी
अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। यह हादसा दूल्हे की तेज रफ्तार कार आगे जा रहे कैंटर
के पीछे जा घुसने से हुआ है, जबकि चार अन्य लोग सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
घटना रात 10.40 बजे की है। अंडे से लदा
कैंटर लुधियाना से जम्मू की ओर जा रहा था। मृतकों की पहचान भट्टियां निवासी दूल्हा
राहुल और हिमाचल प्रदेश के मंडी निवासी उसके बहनोई राजू के रूप में हुई। घायलों
में राहुल का भाई भट्टियां निवासी आशु, ताया का बेटा अजय, जैन कॉलोनी शेरपुर निवासी दोस्त नवीन और चिंटू शामिल हैं। जैन कॉलोनी निवासी
अनीश को डीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह भी पता चला है कि सुबह ही राहुल की शादी हुई थी।
वे शादी के बाद पार्टी करने के बाद फोर्ड आइकॉन कार में भट्टियां की ओर जा रहे थे।
पांच सीटर कार में सात लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने शराब पी हुई थी
और उनकी कार की रफ्तार भी काफी तेज़ थी। जस्सियां चौक के पास अचानक आगे जा रहे
कैंटर के नीचे उनकी कार जा घुसी। हादसे में मौके पर ही जीजा-साले की मौत हो गई।
घटना का पता चलते ही एसीपी नारकोटिक्स सेल राजकुमार
चौधरी, थाना सलेम टाबरी प्रभारी वलजीत सिंह, थाना लाडोवाल प्रभारी
बलविंदर सिंह और थाना दरेसी प्रभारी विजय कुमार मौके पर पहुंचे। कैंटर के नीचे
फंसी कार को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। उसमें फंसे घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। दोनों शवों को मोर्चरी में रखवा
दिया गया है।
कैंटर चालक जम्मू निवासी शमशेर कोहली ने कहा कि शाम
को गांव सराभा से अंडे लोड करके वो जम्मू के लिए रवाना हुआ था। जालंधर बाईपास से
वो सर्विस लेन पर 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से जा रहा था। अचानक
जोरदार उसकी गाड़ी को जोरदार झटका लगा। इस पर उसने ब्रेक लगा दिए। उतर कर देखा तो
उसके कैंटर के पीछे कार बुरी तरह से फंसी हुई थी। उन्होंने फोन करके पुलिस को घटना
की जानकारी दी।
आज ही सुबह सात फेरे लेकर जनम जनमांतर तक साथ
निभाने की कसमें खाने वाले राहुल की पत्नी मधु को जब उसकी मौत का पता चला तो वो
बेसुध हो गई। देर रात रिश्तेदार उसे अपने साथ सिविल अस्पताल ले आए। अस्पताल में वह
विलाप करते हुए केवल इतना ही कह रही थी कि उसे केवल राहुल का चेहरा देखना है।
सुनीलराय कामरेड