राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए ब्लैक बॉक्स जारी किया है जिसमें सरकार की विफलताओं पर बावन सवाल उठाए गए हैं।
डूडी ने प्रदेश की सरकार के चार साल पूरे होने पर पत्रकार वार्ता में कहा कि जैसे ब्लैक बॉक्स से विमान दुर्घटना के कारण का पता लगाया जाता है उसी तरह यह ब्लैक बॉक्स सरकार का कच्चा चिट्ठा खोलेगा। उन्होंने कहा कि यह ब्लैक बॉक्स राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों, लोकसभा और विधानसभा के सभी सदस्यों को भिजवाया जाएगा, जिससे उन्हें भी सरकार के कारनामों के बारे में जानकारी मिलेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि गाय और राम के नाम वोट मांगने वाली सरकार के कार्यकाल में सबसे ज्यादा गायें भूख से मरी है। इसी सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक मन्दिर तोड़ गए हैं और धर्मों को आपस में लड़ने के प्रयास किए गए हैं। डूडी ने कहा कि सरकार इतनी संवेदनहीन है कि पन्द्रह हजार गायों की मौत के बाद कांग्रेस के आंदोलन चलाने पर अनुदान जारी किया गया।
प्रदेश की सरकार को किसान विरोधी बताते हुए श्री डूडी ने कहा कि जब तक सरकार किसानों को कर्जा माफ नहीं कर देती तब तक कांग्रेस का कार्यकर्ता चैन से नहीं बैठेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने के लिए कमेटी बनाई है जबकि उनकी पार्टी की सरकारों ने बिना कमेटी किसानों के कर्ज माफ कर दिए। कमेटी गठन करने का यह सोच ही किसान विरोधी है।
प्रतिपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है इसमें खान घोटाला, एलईडी लाइटों का घोटाला, जलदाय विभाग का घोटाला, द्रव्यवती नदी और खुले में शौच के कामों के पीछे घोटाले छिपे हुए हैं। कांग्रेस जनता की गाढ़ कमाई को खाने वालों को नहीं छोड़गी और सत्ता में आने पर इनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
चिकित्सा सेवा को बेहाल बताते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकार के आंकड़ के अनुसार चार साल में 70 हजार शिशुओं की मौत हो गई लेकिन सरकार 32 हजार की मौत बता रही है। उन्होंने चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ के बयान ‘मैं कोई जादूगर नहीं हूं, जो बच्चों की मौत रोक सकूं’ को दुर्भाज्ञपूर्ण बताया।
डूडी ने दावा किया कि आज इस सरकार से कर्मचारी, मजदूर, युवा, व्यापारी और किसान कोई खुश नहीं है। सरकार ने चार सालों में 26 हजार विद्यार्थी मित्रों को घर भेज दिया। कांग्रेस सरकार ने चालीस हजार स्कूलें खोली थी लेकिन राज्य में भाजपा सरकार ने साढे अठारह हजार स्कूलों को बन्द कर दिया।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे