ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर मॉडर्ना कंपनी ने उम्मीद जताई है कि उनकी वैक्सीन असरदार साबित होगी। कंपनी की तरफ से कहा गया हे कि ये वैक्सीन मरीज के शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाएगी, जो वायरस से लड़ने और उसको खत्म करने में काम करेगी। कंपनी अपनी बात को साबित करने के लिए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मरीजों पर इस वैक्सीन का ट्रायल भी करने पर भी विचार कर रही है।
कंपनी ने कहा है कि उनके वैज्ञानिकों को पहले से ही इस बात का अंदाज़ा था कि कोरोना अपना स्ट्रेन बदलेगा। इसी को ध्यान में रखकर वैक्सीन बनाई गई है। कंपनी का कहना है कि उनकी जिस वैक्सीन को ब्रिटेन ने इमरजेंसी सेवा के तौर पर लगाने की मंजूरी दी है वो इस नए स्ट्रेन पर असरदार साबित होगी। इससे पहले फाइजर कंपनी ने भी अपनी वैक्सीन को नए स्ट्रेन पर कारगर होने की बात कही थी।
नया स्ट्रेन दुनिया के कुछ देशों में पाया गया है जैसे दक्षिण अफ्रीका, इटली, नीदरलैंड, आस्ट्रेलिया समेत कुछ अन्य देश। ब्रिटेन में इस स्ट्रेन के सामने आने की बात करीब एक सप्ताह पहले सामने आई थी। वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस का नया स्ट्रेन पहले से अधिक संक्रामक है, लेकिन घातक नहीं है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने इस वायरस से बच्चों और बुजुर्गों के लिए घातक होने की आशंका जाहिर की है। इनका कहना है कि वायरस का ये नया स्ट्रेन पूरे देश को अपनी चपेट में ले सकता है। इस स्ट्रेन को देखते हुए दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन समेत दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों के लिए अपने देश की सीमाएं बंद कर ली है।
ब्रिटेन कड़ा लॉकडाउन लागू करने का विचार कर रहा है ताकि नए स्ट्रेन की रोकथाम की जा सके। पिछले 24 घंटे में ब्रिटेन में अब तक के सबसे ज्यादा नए केस और सबसे ज्यादा मौतें देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में 39,237 नए केस आए जबकि 744 लोगों की जान गई। महामारी शुरू होने के बाद से यह एक दिन में नए केस और मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
दिसंबर महीने से बाद से ब्रिटेन में सबसे ज्यादा केस नए स्ट्रेन के ही आए है। वायरस का यह नया रूप दक्षिण अफ्रीका में पैदा हुआ है और वहां से आए दो लोगों के जरिए ब्रिटेन पहुंचा था। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि ये पहले वाले के मुकाबले और ज्यादा खतरनाक है।