इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में हाथरस मामले की सुनवाई सोमवार को हुई। अदालत ने प्रकरण की अगली सुनवाई के लिए दो नवंबर की तारीख तय की है। इसी बीच आम आदमी पार्टी (आप) सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि हाथरस के पीड़ति परिवार को न्यायालय से ही न्याय मिल सकेगा।
सिंह ने कहा कि उच्च न्यायालय ने योगी सरकार को उनके कुकृत्यों, ढिलाई और लापरवाही के चलते कड़ी फटकार लगायी है। देश की जनता पहले ही जान गयी थी कि बिना न्यायलय के हस्तक्षेप के इस मामले में योगी सरकार से न्याय की उम्मीद करना बेमानी क्योंकि उनकी कार्यवाइयो से सा़फ दिखाई दे रहा था कि वो बलात्कारियो के साथ खाड़ी हुई है।
उन्होंने कहा की न्यायलय में जो कुछ भी हुआ उसको देख के पता चलता है योगी सरकार के पास कोर्ट के सवालों का कोई जवाब नहीं था। जब न्यायलय ने अधिकारियो से पूछा कि क्या हाथरस की बेटी किसी अमीर परिवार से होती तो क्या तब भी क्या उसके शव को ऐसे आधी में जला दिया जाता इस सवाल का कोई जवाब उन अधिकारियो के पास नहीं था। जब कोर्ट ने सवाल किया की एडीजी लॉ एंड आर्डर बताये की उन्होंने कैसे पता चला की इस मामले में रेप नहीं हुआ तो उसका कोई जवाब उनसे नहीं देते बना। उन्होंने आगे कहा की अधिकारियो की इस खामोशी से पता चलता है कि योगी और उनकी सरकार उन आरोपियों को बचने में लगी हुई है।