मरकज मामले में दिल्ली पुलिस का शिंकजा कसता जा रहा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने साकेत कोर्ट में 83 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 14 हजार पन्नों की 20 चार्जशीट दाखिल की है। इसमें से कई लोगों पर संगीन आरोप लगाए गए है। इसके साथ ही विदेशी लोगों पर वीज़ा नियमों के उल्लंघन का भी आरोप है।
मुख्य चार्जशीट तबलीगी जमात के मुखिया मौलान साद और उनके सहयोगियों के खिलाफ है। कोर्ट 12 जून को चार्जशीट पर संज्ञान लेगा और सुनवाई करेगा। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 916 विदेशी जमातियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने की योजना बनाई थी। विदेश से आए जमातियों पर वीज़ा नियमों के उल्लंघन का आरोप है। सभी के पासपोर्ट और दूसरे दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं।
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टूरिस्ट वीज़ा पर आए लोगों पर भारत में धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। 67 देशों से विदेशी जमाती दिल्ली के निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ आए थे। दिल्ली पुलिस ने सभी विदेशी ज़मतियों से पूछताछ पूरी की। कई लोगों ने कहा कि वो मरकज़ के मौलाना साद कंधालवी के कहने पर 20 मार्च के बाद रुके थे। सभी विदेशी ज़मतियों की क्वारंटाइन अवधि खत्म हो गई है। सभी को अलग-अलग जगह रखा गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में बड़ी तादाद में विदेशी जमाती कोरोना पॉजिटिव मिले। इलाज के बाद उन्हें क्वारंटीन सेंटरों में रखा गया था जिनमें से ज्यादातर से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पूछताछ कर चुकी है। देश में मार्च के महीने में कोरोना वायरस के बढ़े मामलों के लिए तबलीगी जमात को कारण माना गया।