दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नये अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने आरोप लगाया है कि हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पिता अभय चौटाला को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मिलीभगत से आनन-फानन में फरलो दी गई है। दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद सोमवार सुभाष चोपड़ा ने चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली सरकार की स्वीकृति के बिना फरलो नहीं मिल सकती और जिस तरह से अभय चौटाला को तुरत-फुरत फरलो दी गई है उसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल की पूरी मिलीभगत है।
इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल, नरेंद्र नाथ, प्रदेश उपाध्यक्ष चतर सिंह और प्रवक्ता जितेंद्र कोचर के अलावा अन्य नेता भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि जिस ढंग से फरलो दी गई है उससे मुख्यमंत्री केजरीवाल का दोहरा चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है।
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मुख्यमंत्री को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ‘बी’ टीम बताते हुए सुभाष चोपड़ा ने कहा कि वह बीजेपी का विरोध और समर्थन अपनी जरुरतों के हिसाब से करते हैं। कीर्ति आजाद ने कहा हरियाणा में बीजेपी की सरकार का गठन कराने में बीजेपी, आम आदमी पार्टी (आप) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने नूरा कुश्ती खेली।
उन्होंने कहा कि आम तौर पर रविवार को फरलों नही मिलता है किंतु अजय चौटाला के मामले में दिया गया। अभियान समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद ने बीजेपी, आप और जजपा को एक ही थैली का चट्टा बट्टा करार देते हुए कहा कि कांग्रेस इन्हें बेनकाब करेगी।
अरविंदर सिंह लवली ने आरोप लगाया किमुख्यमंत्री केजरीवाल ने हरियाणा में सरकार गठन के लिए बीजेपी की मदद की और अपने मंत्री को निर्देश दिया कि वह फरलो मंजूर करे। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बीजेपी के साथ हाथ न मिलाया हो। इससे पहले राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में भी आप पार्टी बीजेपी का समर्थन कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली में तो केजरीवाल’ नारे से साफ हो गया है कि वह बीजेपी की किस तरह मदद कर रहे हैं। लवली ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को यह भय था कि यदि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन जायेगी तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में उनके लिए मुश्किल होगी और इसीलिए उन्होंने हरियाणा में बीजेपी की सरकार के गठन में पर्दे के पीछे से अपनी भूमिका निभाई।
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि इसी वर्ष फरवरी में हुए जींद विधानसभा का उपचुनाव आप और जेजेपी ने मिलकर लड़ था ताकि कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं जीत पाये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री के दोहरे चेहरे को बेनकाब करने के लिए सड़कों पर उतरेगी।