नई दिल्ली : 2019 के लोकसभा चुनावों में दिल्ली में भाजपा 2014 की तर्ज पर सातों सीटों पर काबिज रही। इस बार दो प्रत्याशी बदले गए थे और असंतुष्ट तरह-तरह की अटकलें लगाते थे, लेकिन गुरुवार को आए जनादेश ने सभी को निशब्द कर दिया। भाजपा के सातों सांसद इस बार भी विजयी रहे जिनमें से पांच सांसद दूसरी बार चुनाव जीतकर संसद में पहुंचेंगे। खास बात यह रही है कि सभी प्रत्याशियों का अपने निकटम प्रतिद्वंद्वियों को पिछली बार से भी अधिक मार्जिन से करारी शिकस्त दी है।
दिल्ली में भाजपा ने समय-समय पर अनेक सर्वे कराए थे जिनमें मुख्य तौर पर यह बाद उभरकर आयी थी कि भाजपा को राष्ट्रीय मुद्दों पर अधिक सफलता मिलती दिखायी दे रही है। आखिर वही सच भी साबित हुआ दिल्ली में भाजपा के दिग्गज नेताओं द्वारा की गई रैलियों में चाहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे या राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण रही हों, इन सभी ने मंच से राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा था।
चुनाव से पूर्व पुलवामा और एयर स्ट्राइक के मुद्दे को भी जनता से हाथों हाथ स्वीकार किया जिसके चलते दिल्ली की जनता ने अपना जनादेश सुना दिया। बेशक विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले को चुनाव में भुनाने का राग अलापते रहे, लेकिन जनता ने राष्ट्र निर्माण के चयन में सर्वसम्मति से मोदी सरकार को ही चुना।
मतों के मार्जिन का रिकॉर्ड हुआ ब्रेक
पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने दूसरी बार अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए सबसे अधिक मार्जिन से दिल्ली में जीत हासिल कर कांग्रेस प्रत्याशी महाबल मिश्रा को 5,78,486 मतों के अंतर से हरा दिया। पिछली बार भी उन्होंने कांग्रेस के ही महाबल मिश्रा को 2,68,586 मतों से हराकर दिल्ली में सबसे अधिक मार्जिन से चुनाव जीता था। पूर्वी दिल्ली में क्रिकेट की पिच से चुनावी पिच पर उतर गौतम गंभीर पर भले ही कितने आरोप लगे, लेकिन जनता ने उनके पक्ष में जोरदार मतदान किया।
उन्होंने 3,91,222 मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंदर सिंह लवली को करारी शिकस्त दी। पिछले चुनाव में इस सीट से महेश गिरी को 1,90,463 मतों से जीत मिली थी। इस तरह पहले से दोगुना मतों से भाजपा प्रत्याशी को जीत मिली है। नई दिल्ली सीट से दूसरी बार विजयी हुई मीनाक्षी लेखी ने अजय माकन को 2,56,504 मतों से हरा दिया, जबकि पिछली बार उन्होंने 1,62,708 मतों से माकन को हराया था। इस प्रकार उनकी जीत का मार्जिन पहले से 93 हजार अधिक पहुंच गया। वहीं उत्तर पूर्वी सीट से दूसरी बार जीते सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस की शीला दीक्षित को 3,66,102 मतों से हरा दिया। पिछली बार उनकी जीत का मार्जिन 1,44,084 था।
इस बार उनका मार्जिन बढ़कर दो लाख 22 हजार से अधिक पहुंच गया। उत्तर पश्चिमी सीट से पहली बार चुनाव में उतरे भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस ने आप प्रत्याशी गुगन सिंह को 5,53,897 मतों से हरा दिया। खासबात यह रही है कि इस सीट से पूर्व भाजपा प्रत्याशी के पार्टी छोड़ने की सूरत में चुनाव परिणाम को लेकर जिस प्रकार से कार्यकर्ता आशंकित थे, उन सभी को उम्मीद से बेहतर परिणाम मिला है। यहां से पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 1,06,802 मतों के अंतर से जीत मिली थी। दक्षिणी दिल्ली सीट पर भी दूसरी बार सांसद रमेश बिधूड़ी 3,67,043 मतों से विजयी हुए, उन्होंने आप प्रत्याशी राघव चड्ढा को पटकनी दी।
पिछली बार उनकी जीत का मार्जिन 1,07,000 रहा था। बिधूड़ी की जीत का मार्जिन अब की बार बढ़कर 2,60,043 हो गया। चांदनी चौक से दूसरी बार जीते भाजपा प्रत्याशी व केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश अग्रवाल से खबर लिखे जाने तक 2,28,145 मतों से आगे चल रहे थे। पिछले चुनाव में डॉ. हर्षवर्धन को 1,36,320 मतों से जीत मिली थी।
– राहुल शर्मा