बॉलीवुड की नामचीन अभिनेत्री रेखा आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है , फ़िल्मी दुनिया में ये लीजेंड कलाकार मानी जाती है। लेकिन जितना शानदार इनका फ़िल्मी करियर रहा है उतना ही विवादस्पद इनका निजी जीवन भी रहा है। कहा जाता है की बॉलीवुड करियर में तमाम ऊंचाइयां पाने वाली रेखा अपनी पर्सनल जिंदगी में काफी विवादों का शिकार रही और कभी इनकी जिंदगी में ठहराव नहीं आ पाया।
एक तेलगु फिल्म ‘रंगुला रत्नम’ से फ़िल्मी करियर की शुरुवात करने वाली रेखा को बॉलीवुड में पहला ब्रेक मिला फिल्म सावन भादों से , जिसमे उनके अभिनय की काबिलियत ने बॉलीवुड में उनकी धाक जमा दी। आपको बता दें रेखा का असली नाम भानुरेखा गणेशन था। कहा जाता है शुरुवात से ही बॉलीवुड में रेखा के मित्र बहुत रहे पर कोई इतना ख़ास नहीं रहा जिसे वो अपना करीबी कह सके।
सबसे पहले रेखा की जिंदगी में एंट्री हुई अभिनेता विनोद मेहरा की जो एकदम से रेखा के इतने करीबी बन गए की दोनों ने घरवालों की मर्ज़ी के खिलाफ जाकर मंदिर में शादी कर ली। लेकिन शायद रेखा के जीवन का अकेलापन उनका पीछा नहीं छोड़ना चाहता था। शादी के कुछ समय बाद विनोद महरा हार्ट अटैक से चल बसे।
काफी समय रेखा दुखी रही और फिर इसके बाद रेखा ने मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अग्रवाल से शादी कर ली। लेकिन यहाँ भी रेखा की बदकिस्मती कहें या किस्मत का खेल मुकेश अग्रवाल का भी निधन हो गया। इसके बाद रेखा अकेले रही पर कई बार उनको लेकर सवाल उठे जिनके जवाब देना रेखा ने उचित नहीं समझा।
लेखक यासिर उस्मान की लिखी बायोग्राफी ‘रेखा: द अनटॉल्ड स्टोरी में रेखा की जिंदगी के कई राज़ उन्होंने खोले है। जिनमे ये भी शामिल है की अपने पहले पति विनोद महरा से शादी कर जब रेखा विनोद के साथ उनके घर पहुंची तो विनोद के घरवालों ने जमकर बवाल मचाया और दोनों को खूब भला बुरा भी कहा।
बताया गया है की रेखा और विनोद चुपचाप घरवालों के ताने सुन रहे थे पर इसी बीच विनोद महरा की माँ यानि रेखा की सास ने अपनी सेंडल उतार कर रेखा को मारना शुरू कर दिया जिसके बाअद रेखा बहुत ज्यादा दुखी हुई और विनोद को साथ लेकर उनके घर से निकल गयी।