बीते रविवार को आईसीसी के 38वें मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 338 रनों का पीछा करते हुए एक फिर से भारतीय टीम की धीमी बल्लेबाजी सामने आई। भारत के तीसरे ओवर में केएल राहुल का विकेट गिरने के बाद विराट आैर रोहित ने अपनी साझेदारी से संभाल लिया था। इंग्लैंड ने भारत को मैच जीतने के लिए बड़ा स्कोर दिया था और इसी को देखते हुए भारतीय टीम के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी।
हार्दिक पांड्या पारी के 44वें ओवर में आउट हुए और उस समय भारत को जीतने के लिए 31 गेंदों पर 71 रनों की आवश्यकता थी। उस समय क्रीज पर केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी कर रहे थे। धोनी और जाधव को उस समय ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी करनी थी लेकिन वह दोनों सिर्फ सिंगल्स ही बटोर रहे थे। मैच हारने के बाद धोनी और जाधव की धीमी बल्लेबाजी पर कई दिग्गजों ने सवाल उठाए हैं।
सवाल उठाए सौरव गांगुली, नासिर हुसैन ने
धोनी और जाधव की धीमी बल्लेबाजी पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने सवाल उठाते हुए कमेंट्री बॉक्स में कहा था कि, मैं पूरी तरह आश्चर्य चकित हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा क्या हो रहा है। जरूरत से बिल्कुल उलट भारतीय टीम इस समय खेल रही है। रनों की टीम केे जरूरत है। यह विश्व कप का बड़ा मैच है। मैदान में बैठे फैन्स भी चाहते हैं कि धोनी और जाधव रिस्क लें और शॉट्स खेलें।
सौरव गांगुली ने नासिर हुसैन के सवालों का जबाब देते हुए कहा था कि, आपके पास 5 विकेट हैं फिर भी आप जीत की कोशिश नहीं करते, ये सब माइंड सेट बताता है। इस स्टेज पर गेंद कहां गिर रही है इससे फर्क नहीं पड़ता, फिलहाल सिर्फ बाउंड्रीज चाहिए।
धीमी बल्लेबाजी पर आकाश चोपड़ा ने भी सवाल उठाए
जब हार्दिक पांड्या आउट हो गए थे तो क्रीज पर केदार जाधव आए उस दौरान तेजी से रन बनाने की जरूरत थी। आकाश चोपड़ा ने भी कमेंट्री बॉक्स में कहा कि, ऐसा कहीं से नहीं लग रहा कि टीम जीतने के लिए खेल रही है। बल्लेबाजों को रिस्क लेने की जरूरत है। यहां सिगल्स से काम नहीं चलेगा।
इतने रन बनाए धोनी और जाधव ने
महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में नाबाद 42 रनों की पारी खेली और इस दौरान 31 गेंदों में 4 चौके और 1 छक्का ही लगाया। केदार जाधव ने नाबाद 12 रनों की पारी 13 गेंदों में खेली और इस दौरान उन्होंने 1 चौका जड़ा। दिलचस्प बात तो यह है कि एक ही कुल छक्का भारत की पारी में लगा तो वहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने 13 छक्के लगाए थे।