संकट में घिरी ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे के नेतृत्व पर खतरा मंडरा रहा है। पिछले 24 घंटों में ब्रिटेन सरकार के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। ब्रेक्जिट मंत्री डेविस डेविस, जुनियर ब्रेक्जिट मंत्री स्टीव बेकर के इस्तीफे के बाद अब ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने भी सरकार से इस्तीफा दे दिया है।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे की ब्रेक्जिट रणनीति की वजह से अब सरकार की कैबिनेट में मतभेद खड़ा हो गया है। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की तारीख नज़दीक आने से पहले प्रधानमंत्री थेरेसा मे पर राजनीतिक दबाव बढ़ गया है। ऐसे में ब्रेक्जिट कैंपेन का चेहरा रहे और सरकार के नंबर टू की हैसियत रखने वाले ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन का इस्तीफा थेरेसा मे के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है।
2016 में ब्रिटेन की थेरेसा मे सरकार ने जनमत संग्रह के जरिए यूरोपीय संघ से बाहर निकलने का फैसला लिया था। इस फैसले के तहत ब्रिटेन को 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से 29 मार्च, 2019 को अलग होना है, लेकिन अभी भी ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन में इस बात पर सहमति नहीं बन पाई है कि ब्रेक्जिट के बाद दोनों के बीच व्यापार किस तरह का होगा। ऐसे असमंजस और अनिश्चितता के माहौल में देश में उपजे राजनीतिक संकट के बीच ऐसा माना जा रहा है कि थेरेसा मे सरकार से अभी कुछ और मंत्रियों के इस्तीफे होंगे। जिससे सरकार की मुश्किले बढ़ सकती है।
हालाकिं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने रहे खतरे से निपटने के लिए ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री जेरेमी हंट को विदेश मंत्री के तौर पर नियुक्त किया है। हंट , बोरिस जॉनसन का स्थान लेंगे। ब्रेग्जिट मामलों के मंत्री डेविड डेविस के इस्तीफे के बाद ब्रेग्जिट को लेकर सरकार की रणनीतियों से खफा जॉनसन ने भी नाटकीय ढंग से इस्तीफा दे दिया था। इन मंत्रियों ने आरोप लगाया कि मे बेक्जिट के बाद व्यापारिक संबंध पर “ अर्द्ध – ब्रेग्जिट ’’ नीति को आगे बढ़ा रहीं हैं जो कि ब्रिटेन को ईयू का एक “ उपनिवेश ” बना कर छोड़ देगा। विदेश मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद हंट ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के समर्थन में पूरी दृढ़ता से खड़े रहेंगे ताकि वे यूरोपीय संघ के साथ किसी समझौते पर पहुंच सकें। यह वही समझौता होगा जिसपर पिछले हफ्ते कैबिनेट ने सहमति जताई थी।