कर्नाटक के मांड्या जिले में जद (एस) के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के अपनी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या करने वालों को ‘‘बेरहमी’’ से ‘‘गोली’’ मारने संबंधी कथित बयान पर एक बड़ा राजनीतिक विवाद छिड़ चुका है।
मांड्या जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलरामगौड़ा ने कहा कि इस हत्याकांड के पीछे पुरानी प्रतिद्वंद्विता या एक राजनीतिक मकसद हो सकता है। उन्होंने कहा,‘‘हमने अभी तक इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। जांच चल रही है। हमने सात संदिग्धों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है।’’
एएसपी ने कहा कि संदिग्धों के खिलाफ भारतीय दंड़ संहिता की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा,‘‘पुरानी प्रतिद्वंद्विता या राजनीतिक मकसद इस हत्याकांड के पीछे का मकसद हो सकता है।’’
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मांड्या जिले के मद्दुर शहर में सोमवार की शाम चार लोगों ने जद (एस) कार्यकर्ता एच प्रकाश (50) की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। इस वारदात के विरोध में पीड़ित के समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मद्दुर के आसपास विरोध प्रदर्शन किया था और सड़क जाम कर दी थी।
कुमारस्वामी भी मंगलवार को उस समय विवादों में घिर गये थे जब एक अधिकारी के साथ सोमवार को टेलीफोन पर हुई उनकी बातचीत का एक कथित वीडियो वायरल हो गया था। इस वीडियो में वह मांड्या जिले में जद (एस) के एक कार्यकर्ता की हत्या करने वालों को ‘बेरहमी से मारने’ को लेकर निर्देश दे रहे है।
इस वीडियो में कुमारस्वामी को यह कहते हुए सुना जा सकता है,‘‘मैं नहीं जानता आप इससे (मामले) कैसे निपटेंगे… क्योंकि यह आपकी जिम्मेदारी है। मैं वास्तव में निराश हूं क्योंकि इससे (हत्या) बदनामी हुयी है। वह (जिसकी हत्या हुई है) एक अच्छा आदमी था…… अगर आप ऐसे लोगों : हत्यारों : को बेरहमी से गोली मार देते हैं तो भी कोई समस्या नहीं है।’’ वीडियो में मुख्यमंत्री कह रहे हैं, ‘‘मुझे अंजाम की परवाह नहीं है।’’
उन्होंने हालांकि अपने बयानों को लेकर माफी मांगने की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया और कहा वह एक ‘‘भावुक व्यक्ति’’ हैं। कुमारस्वामी ने कहा,‘‘यह एक बड़ा मुद्दा नहीं है…यह एक मानवीय प्रवृति है…उस स्थिति में कोई भी इंसान इस तरह की प्रतिक्रिया देगा। मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है, इसलिए मैंने इस शब्द को भी बदल दिया है।’’