रायपुर : छत्तीसगढ़ के चुनावी मिशन पर रमन सरकार के अंतिम दांव पर नजरें टिकी हुई है। राज्य में आगामी 12 मई से विकास रथ लेकर निकल रहे मुख्यमंत्री का साठ सीटों पर फोकस होगा। सूत्र दावा करते हैं कि यह 60 सीटें वहीं है जहां भाजपा ने अपने चुनावी रोड मैप में प्राथमिकताओं में शामिल किया है। वहीं दूसरी ओर केन्द्रीय नेतृत्व का लक्ष्य पूरा करने पहले चरण की यात्रा में कवर होने वाली सीटें ही अहम होगी। शेष 30 सीटों में भाजपा पहले ही मजबूत स्थिति में रही है।
विकास यात्रा के दौरान सत्ता और संगठन की भागीदारी के साथ यहां जनादेश को लेकर अंतिम दांव होगा। इसके बाद सीधे चुनावी मैदान में जंग होगी। पहले चरण की 60 सीटों में ज्यादातर सीटों में कांग्रेस मजबूत स्थिति में रही है। हालांकि बीते चुनाव के समीकरणों पर नजर डालें तो परिणामों में भारी उलटफेर हुआ था। इधर विकास यात्रा के दौरान सरकार इन सीटों में सौगातों की झड़ी लगाकर साधने की कोशिशें करेगी। विशेष तौर पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की राजनीतिक स्थिति और मौजूदा रूझानों को मद्देनजर रखते हुए ही रणनीतिक कवायदों की तैयारी है।
मुख्यमंत्री ने खुद विकास यात्रा का एक्शन प्लान तैयार किया है। सत्ता और संगठन के रणनीतिकारों ने एक-एक सीटों के राजनीतिक हालातों पर मंथन करने बाद नए सिरे से रोड मैप बनाया है। यही वजह है कि इस बार विकास यात्रा राजनीतिक नजरिए से भी अहम होगी। इस दौरान सरकार अपने कामकाज का सोशल आडिट करने का संदेश भी देगी। वहीं संबंधित क्षेत्रों में माहौल तैयार करने विशेष तौर पर प्रयास होंगे। विकास यात्रा के दौरान विशेष तौर पर राज्य में आर्थिक तंगी सेजूझ रहे किसानों और वनवासियों को बोनस के साथ उन्हें संतुष्ट करने पर भी सरकार का जोर होगा। इधर विपक्ष की रणनीति को ध्वस्त करने की भी विशेष तौर पर कवायदें चल रही है।
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