बिहार के बेतिया में बड़ा रेल हादसा होते होते बचा। दरअसल, सत्याग्रह एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे ट्रेन के इंजन से अलग हो गए थे, जिससे यात्रियों के बीच अफ़रा-तफ़री का माहौल बन गया। जानकारी के अनुसार, रक्सौल से आनंद विहार टर्मिनल जा रही सत्याग्रह एक्सप्रेस मझौलिया स्टेशन से निकलते ही ट्रेन के इंजन से 18 डिब्बे अलग हो गई। जिसके बाद बोगियां बिना इंजन के पटरी पर चलने लगी थी। मिली जानकारी के अनुसार, बोगियों को कनेक्ट करने के लिए लगाए गए कपलिंग के अचानक टूट जाने के पर ये हादसा हुआ।
ट्रेन का एक हिस्सा 100 मीटर तक आगे चली गई
सत्याग्रह एक्सप्रेस का एक हिस्सा इंजन के साथ चार बोगी लेकर आगे चली गई, उसके बाद पता चला शेष बोगियां बगैर इंजन के स्टेशन पर रह गई। इंजन के साथ 100 मीटर तक आगे बढ़ने के बाद जब चालक को इसकी जानकारी लगी तो आपातकाल ब्रेक लगा कर इंजन समेत चारों डब्बे को रोका। हालांकि ट्रेन की रफ़्तार धीमी होने के कारण एक बड़ा हादसा होते होते बच गया। ग़नीमत से इस घटना में किसी के हताहत की ख़बर नहीं है। बाद में सभी बोगियों को जोड़ कर ट्रेन का परिचालन शुरू किया गया।
सूचना मिलते ही रेल अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही रेल अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे तथा मामले की जांच शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक़, सत्याग्रह एक्सप्रेस ट्रेन में एक और नया डब्बा जोड़ा गया था। ट्रेन रक्सौल से अपने निर्धारित समय पर चली थी। ट्रेन में सवार एक यात्री के अनुसार, मझौलिया से जब ट्रेन खुली थी, तो रूक-रूक कर चल रही थी। जिसपर चालक ने ध्यान नहीं दिया। महोद्दीपुर गुमटी पर पहुंचते ही ट्रेन में जोर का झटका लगा और इंजन सहीत चार बोगियां आगे चली गई और 18 बोगियां ट्रैक पर रेंगने लगी।