जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में हिन्दू एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर हैं। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (The Resistance Front) के हाथों कश्मीर घाटी में कार्य करने वाले 57 कश्मीरी हिन्दुओं की सूची लग गई है। टीआरएफ के मुखपत्र कश्मीर फाइट ब्लॉग पर इनकी हत्या करने की धमकी दी गई है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री पुनर्वास पैकेज (PMRP) के तहत यह सभी घाटी में टीचर के तौर पर कार्य कर रहे है। यह पहली बार नहीं है जब कश्मीरी पंडितों को टारगेट किया जा रहा है। आतंकियों की चेतावनी से कश्मीरी हिन्दू डर के साए में है। उनकी मांग है कि सभी को जम्मू संभाग में ट्रांसफर किया जाए। जिसे लेकर वह लगातार प्रदर्शन कर रहे है।
टीआरएफ ने अपने मुखपत्र में कहा है कि जल्द ही गैर कश्मीरी लोगों की हिटलिस्ट भी जारी करेंगे। आतंकी संगठन ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, यह अस्वीकार्य है कि 19 जगहों पर कश्मीरी पंडितों के लिए 6,000 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। लगातार आतंक की मार झेल रहे कश्मीरी हिन्दू सरकार की विफलता का शिकार बन रहे है। वहीं भाजपा ने इस लिस्ट के लीक होने पर चिंता व्यक्त करते हुए जांच की मांग की है।
विपक्षी दलों के निशाने पर भाजपा सरकार
आतंकियों की धमकी के बाद से ही पुलिस-प्रशासन इन कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चौकन्ना हो गई है। वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों ने घाटी में काम करने से मना कर दिया है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद आतंकी संगठन अपने नापाक मंसूबे पूरे कर रहे है। बीजेपी नीत केंद्र सरकार भी कश्मीरी हिन्दुओं को सुरक्षा प्रदान नहीं किए जाने को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर है।