बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यसभा में कृषि सुधारों से संबंधित दो विधेयकों को पारित किये जाने की प्रक्रिया के दौरान उपसभापति के आसन के समक्ष विपक्षी सदस्य के अमर्यादित आचरण को निंदनीय बताया और कहा कि इससे संसद की गरिमा को चोट पहुंची है।
नीतीश ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘आज राज्यसभा में संसदीय परंपरा और मर्यादा के विरुद्ध उपसभापति पर जो हमला हुआ, वह निंदनीय है। इससे मैं स्तब्ध और दु:खित हूं। आज की घटना संसद की गरिमा को चोट पहुंचाती है। लोकतंत्र में हमें संसद की मर्यादा और आसन की प्रतिष्ठा का ध्यान रखना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि उपसभापति हरिवंश ने रविवार को जब कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा करार विधेयक 2020 पर चर्चा के बाद इन्हें पारित कराने की प्रकिया शुरू की तो आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और वामदलों के सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया।
उपसभापति हरिवंश ने इसी बीच विधेयक पारित कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने सदन में व्यवस्था का मामला उठाया, जिसकी ओर उप सभापति ने ध्यान नहीं दिया। इससे उत्तेजित ब्रायन ने आसन के ठीक सामने आकर कुछ कागज उठाये और फाड़ दिये। उन्होंने मार्शल के हाथ से भी कागज छीन लिए और आसन का माइक क्षतिग्रस्त कर दिया।