पश्चिमी दिल्ली : नरेला इलाके में एक लापता बच्चे शव खाली पड़े मकान में पड़ा मिला। उसकी गर्दन पर चोट के निशान है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। शुरुआती जांच में पुलिस इलाके के नशेड़ियों पर हत्या करने का शक जाहिर कर रही है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, मृतक बच्चे की पहचान आशू (6) के रूप में हुई है। नरेला रेलवे ट्रैक के पास बनी कॉलोनी में अपनी मां, पिता अनिल और चार भाई बहन के साथ किराये के मकान पर रहता था। वह सरकारी स्कूल में पहली क्लास की पढ़ाई कर रहा था। अनिल हलवाई का काम करता है। पीसीआर को शुक्रवार रात आशू के लापता होने की सूचना मिली। परिवार वालों ने देर रात नरेला थाने में आशू के लापता होने की लिखित शिकायत दी थी।
पुलिस ने परिजनों को कहा था कि आप भी बच्चे को तलाशने की कोशिश करो। शनिवार सुबह करीब सवा सात बजे जब एक कूड़ा बीनने वाला खाली पड़े मकान के पास कूड़ा उठा रहा था। आशू मृत हालत में उल्टा पड़ा था। उसके पास एक बेल्ट जितना लंबा कपड़ा, कुछ खाने के पैकेट की पॉलिथीन आदि पड़ी थी। परिजनों को मामले की जानकारी दी। उन्होंने शव की पहचान आशू के रूप में की। पुलिस वालों को वारदात की जानकारी दी। नरेला पुलिस मामले में इलाके के कुछ युवकों पर शक जाहिर कर रही है।
देर रात तक तलाश किया आशू
पिता अनिल ने बताया कि वह अपने काम पर गया हुआ था। परिजनों ने शाम को उसे बताया कि आशू शाम करीब पांच बजे पार्क में खेलने गया था। लेकिन वह वापस नहीं आया है। जिसको इलाके में काफी तलाशा गया। उसने भी घर आकर अपने साथियों के साथ मिलकर देर रात तक आशू को जगह-जगह ढूंढा और रेलवे ट्रैक पर भी काफी दूर तक जाकर उसको तलाशने की कोशिश की।
पहचान छुपाने के लिए की हत्या
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पार्क और वारदात की जगह की दूरी ज्यादा नहीं है। जिस तरह से आशू की गला घोटकर हत्या की गई। उससे आसपास के नशेड़ी युवकों पर शक है। उनको लगता है कि आरोपियों ने पहचान छुपाने के लिए उसकी हत्या कर दी है। आशू ने आरोपियों को कुछ गलत काम करते देख लिया होगा। उसके चिल्लाने पर आरोपियों ने खुद को फंसता देखकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।