राजधानी दिल्ली में यमुना में आई बाढ़ को लेकर विवाद अब भी जारी है। बता दें एलजी वीके सक्सेना और केजरीवाल सरकार के बीच लेटर वॉर जारी है। वीके सक्सेना ने शुक्रवार को सीएम केजरीवाल को पत्र लिखकर दिल्ली में भीषण बाढ़ का कारण बनने वाले कारकों का उल्लेख किया। उन्होंने भविष्य में ऐसी स्थिति बनने से रोकने के लिए कई उपाय सुझाए।अब जल एवं सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस लेटर का जवाब देते हुए एलजी पर ये आरोप लगाया है।
सौरभ भारद्वाज लेटर का जवाब देते हुए कहा…..
आपको बता दें सौरभ भारद्वाज लेटर का जवाब देते हुए कहा कि, एलजी ने नालों की आंशिक सफाई का जो निर्देश दिया था, जिसके कारण यमुना नदी के तल में भारी मात्रा में गाद जमा हो गई।भारद्वाज ने आगे कहा कि कई करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं अवैज्ञानिक और अवैध थीं और मंत्री द्वारा अनुमोदित नहीं थीं। एलजी के निर्देश पर दिल्ली सरकार के मंत्री और निर्वाचित सरकार के साथ कोई जानकारी साझा किए बिना गाद निकालने और नालों की सफाई करने की कई परियोजनाएं चलाई जा रही थीं।
यमुना नहर को सूखा रखते हुए भारी मात्रा में पानी दिल्ली की ओर भेजा-भारद्वाज
इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि, एलजी ने इस बात को एकदम नजरअंदाज कर दिया कि हरियाणा सरकार पहले ही स्वीकार कर चुकी है कि उनके इंजीनियरों ने आइटीओ बैराज का रखरखाव नहीं किया और उन्होंने अपने सीनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया है। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के प्रमुख सरकार से यह बात छिपा रहे थे कि आइटीओ बैराज के गेट जाम थे। इसके साथ ही यूपी को बाढ़ से बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने हथिनीकुंड बैराज से पूर्वी यमुना नहर को सूखा रखते हुए भारी मात्रा में पानी दिल्ली की ओर भेजा।