जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या का मामला दिल्ली पुलिस ने क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने त्रिलोचन सिंह की हत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
हरप्रीत व हरदीप के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
त्रिलोचन सिंह की हत्या के मामले में फरार दो संदिग्ध हरप्रीत सिंह खालसा व हरदीप सिंह के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। देश के सभी एयरपोर्ट पर दोनों के बारे में सूचना दे दी गई है। आठ सितंबर की शाम तक दोनों दिल्ली में ही थे। नोटिस से पहले कहीं दोनों भाग तो नहीं गए इस बारे में पुलिस ने एफआरआरओ से जानकारी मांगी है।
इनकी तलाश में कई टीमें जम्मू व लुधियाना में हर संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही हैं। पुलिस अब तक 50 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। 8 सितंबर को त्रिलोचन सिंह वजीर के जम्मू-कश्मीर में रहने वाले एक दोस्त ने जब हरप्रीत सिंह को फोन कर त्रिलोचन सिंह के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की थी तब उसने कहा था कि हरदीप सिंह के साथ मिलकर त्रिलोचन सिंह की हत्या कर दी है।
सिर में गोली मारकर की गई थी NC नेता त्रिलोचन सिंह की हत्या, पोस्टमॉर्टम में खुलासा
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर का शव गुरुवार को सड़ी-गली अवस्था में पश्चिमी दिल्ली के मोतीनगर स्थित एक फ्लैट से मिला था। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और पाया कि वजीर का शव मिलने से एक दिन पहले बुधवार को आरोपी इमारत में मौजूद थे। सूत्रों ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता की 2 सितंबर को हत्या की गई थी।