हिसार : राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीपला पुल के निकट एक सड़क हादसे में चार जिगरी दोस्तों की दर्दनाक मौत हो गयी। चारों दोस्त गुरुवार देर सांय हिसार से रोहतक की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान सिंघवा लिंक रोड से राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ आए डंफर ने उनकी स्वीफ्ट कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि स्वीफ्ट कार के परखच्चे उड़ गये व कार सवार चारों दोस्तों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये नागरिक अस्पताल के शव गृह में भिजवा दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहतक के खिड़वाली गांव निवासी अशोक सिंचाई विभाग में जिलेदार के पद पर रोहतक में तैनात था।
वह अपने तीन दोस्तों के साथ कार में सवार होकर हिसार में अपनी सर्विस बुक लेने गया था। उसके साथ खिड़वाली गांव निवासी दीपक, भैणी चंद्रपाल निवासी अक्षय व पुट्टी समैण निवासी विजेंद्र थे। अक्षय आर्मी में क्लर्क के पद पर लेह लद्दाख में तैनात था और वह पिछले सप्ताह ही दस दिनों की छुट्टी पर घर आया था। दीपक भी आर्मी में ही सर्विस करता था व विजेंद्र टैक्सी चालक था। चारों गुरुवार सुबह हिसार में कैंट में शापिंग करने गये थे व उसके बाद हिसार में अन्य काम के लिये गये थे। देर शाम को चारों दोस्त हिसार से रोहतक की तरफ जा रहे थे कि अचानक रास्ते में पीपला पुल के पास डम्फर ने उनकी कार को टक्कर मार दी। इस भीषण सड़क हादसे में चारों दोस्त जान गंवा बैठे।
अपने-अपने परिजनों को शाम तक वापिस घर लौटने की बात कहकर निकले चारों दोस्तों के परिजनों को क्या पता था कि उनके लाडले हमेशा के लिए उनसे दूर हो जाएंगे और वो अब कभी भी अपने जिगर के टुकड़ों से नहीं मिल सकेंगे। चारों गहरे दोस्तों को रोहतक से हिसार शापिंग करना इतना महंगा पड़ गया कि वो सड़क हादसे में अकाल मौत का ग्रास बन गए। परिजनों के अनुसार चारों दोस्त शादीशुदा थे और उनमें बहुत गहरी दोस्ती थी। चारों की अकाल मौत के बाद उनके परिजन गुरुवार देर रात तक सरकारी अस्पताल में विलाप करते रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीपला पुल के पास सिंघवा मोड़ पर गुरुवार देर सांय हुआ ये सड़क हादसा इतना भीषण था कि बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई स्वीफ्ट कार को देखकर हर किसी की रूह तक कांप गई।
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मौके पर जमा प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि जब वो कार से शवों को निकाल रहे थे तो चारों के क्षत-विक्षत हो चुके शवों को देखकर उनके हाथ-पांव तक कांपने लगे थे और कार सवार चारों युवकों की सांसें थम चुकी थी। स्वीफ्ट कार के परखच्चे उड़े हुए थे और यहां तक कि सरकारी अस्पताल में परिजनों को भी मृतकों की पहचान करना मुश्किल हो रहा था। रोहतक के खिड़वाली गांव निवासी अशोक सिंचाई विभाग में जिलेदार के पद पर रोहतक में तैनात था और वह अपने तीन दोस्तों को साथ लेकर हिसार में अपनी सर्विस बुक लेने के लिए स्वीफ्ट कार में निकला था। उसके साथ खिड़वाली गांव निवासी दीपक, भैणी चंद्रपाल निवासी अक्षय व पुट्टी समैण निवासी विजेंद्र थे। वहीं लेह-लद्दाख में आर्मी में क्लर्क के पद पर तैनात अक्षय पिछले सप्ताह ही 10 दिनों की छुट्टी पर घर आया था और दो-तीन दिन में ही उसे वापिस अपनी ड्यूटी पर पहुंचना था।
दीपक भी आर्मी में ही सर्विस करता था व विजेंद्र टैक्सी चालक था। एक साथ समय बीताने वाले इन चारों दोस्तों को क्या पता था कि ड्यूटी ज्वाइन करने से पहले एक साथ हिसार में शापिंग करने का ये सफर उन सभी की जिंदगी का आखिरी सफर होगा। देर शाम को हिसार से रोहतक वापिस लौटते समय पीपला पुल के निकट काल बनकर आए डम्फर ने इन चारों की जिंदगियां लील ली और भीषण हादसे में चारों दोस्त जान गंवा बैठे। अपने-अपने लाडले पुत्रों की वापसी का इंंतजार कर रहे परिजनों को जब इस दुर्घटना की सूचना मिली तो उन पर मानों दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा। इस दर्दनाक हादसे से जहां रोहतक के गांव खिड़वाली में मातम छाया हुआ है वहीं मृतकों के परिजनों के अलावा भैणी चंद्रपाल व पुट्ठी समैण गांव के लोग भी इस हादसे से बेहद सदमे में हैं।
– राज पराशर