सोहना: गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सोहना गौरक्षा दल के सहयोग से गायों की खालों से भरे एक आयशर कैंटर को पकडऩे में कामयाबी पाई है जबकि टैंपो चालक व उसके साथ कैंटर में सवार उसके साथी अंधेरे का फायदा उठाकर पुलिस को चकमा दे निकल भागने में कामयाब रहे है लेकिन पुलिस ने भागे लोगों में से 4 लोगों की पहचान कर ली है जबकि उनके अन्य साथियों की पहचान का भी प्रयास पुलिस कर रही है। अभी तक जिन 3 लोगों की पहचान हो पाई है, उनके नाम ओसाद निवासी गांव रेहना, थाना व जिला नूंह, हाकम गांव उटावड, थाना बहीन, जिला पलवल, शाजिद निवासी गांव धौज, थाना सदर बल्लबगढ़, जिला फरीदाबाद निवासी के रूप में हुई है। गाड़ी मालिक की पहचान हो गई है लेकिन पुलिस अभी उसका नाम व पता खोलने से बच रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के कार्यवाहक प्रभारी सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह को मुखबिर खास से इतला हाथ लगी कि गौ तस्करी, गौकशी और गायों की खालों को बेचने के धंधे में संलिप्त लोग एक लाल रंग के कैंटर में गायों की खालों को भरकर बेचने के लिए मेवात से बाया सोहना, भौंडसी होकर हापुड, उत्तर प्रदेश ले जा रहे है। टैंपो में चालक के साथ-साथ करीब 10 लोग सवार है। इतला पाते ही गौरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के कार्यवाहक प्रभारी सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह ने सहायक सब इंस्पेक्टर अमर सिंह, सतबीर सिंह की अगुवाई में महीपाल, मोहरपाल, सुखविन्द्र, विजयपाल पर आधारित पुलिस टीम गठित कर कैंटर को पकडऩे के निर्देश दिए।
सोहना गौरक्षा दल कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मिलकर कई स्थानों पर नाके लगा दिए। जब कैंटर चालक पचगांवा, चीला, भाजलाका से होते हुए पहाड़ी में से कैंटर को निकालने लगा तो वहां तैनात सहायक सब इंस्पेक्टर अमर सिंह की अगुवाई वाली पुलिस टीम ने कैंटर को रूकने का संकेत किया तो कैंटर चालक ने पुलिस टीम को देख कैंटर को और तेज गति से दौड़ा लिया लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस जवान जैसे-तैसे अपने को बचा गए और सोहना गौरक्षा दल के कार्यकर्ताओं के सहयोग से घेराबंदी कर कैंटर को पकड़ लिया लेकिन अंधेरे का फायदा कैंटर चालक और उसमें सवार युवक पुलिस को चकमा दे भाग निकलने में कामयाब रहे। पुलिस ने जब कैंटर पर ऊपर ढके तिरपाल को हटाकर तलाशी ली तो उसमें 298 खालें भरी मिली।
पुलिस ने खालों से भरा कैंटर पकड़े जाने की सूचना अपने आला अधिकारियों और पशु चिकित्सक को दी और कैंटर को खालों समेत कब्जा पुलिस में ले लिया। पशु चिकित्सक ने खाले गायों की होने की पुष्टि की है। ध्यान योग्य यह है कि सोहना गौरक्षा दल पहले भी कई बार कभी ट्रक में सामान से भरे प्लास्टिक वाले बोरों के नीचे हाथ, पैर, मुंह बांधकर गायों को बेरहमी से ले जाई जा रही गायों को पकड़ा और बोरों को खुलवाया तो उनमें भूसा भरा मिला है तो कभी 12 टायरा डबल डेकर एलपी गाड़ी में हाथ, पैर, मुंह बांधकर ले जाई जा रही गायों को पकड़ा।