कांग्रेस ने किसानों के आंदोलन पर माओवादी तत्वों के कब्जा करने संबंधी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार में बैठे लोगों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है।
मोदी जी,
लोकतंत्र में निरंकुशता का कोई स्थान नहीं।
आप और आपके मंत्रियों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है।
भीषण ठंड और बरसात में जायज़ माँगों के लिए धरने पर बैठे अन्नदाताओं से माफ़ी माँगिए और उनकी माँगें तत्काल पूरी करिए।#किसान_आंदोलन #FarmerProtests pic.twitter.com/91Ti9r73H7
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 12, 2020
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि अपने मंत्रियों के बयानों के लिए प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए और किसानों की मांग स्वीकार करनी चाहिए। सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी, लोकतंत्र में निरंकुशता का कोई स्थान नहीं। आप और आपके मंत्रियों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भीषण ठंड और बरसात में जायज़ मांगों के लिए धरने पर बैठे अन्नदाताओं से माफ़ी मांगिए और उनकी मांगें तत्काल पूरी करिए।’’ गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि किसानों की आड़ में कुछ ‘‘असामाजिक तत्व’’ उनके आंदोलन का माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने आंदोलन कर रहे किसान संगठनों से ऐसे तत्वों को अपने मंच का दुरुपयोग नहीं करने देने की अपील की।
वहीं, रेल और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि प्रतीत होता है कि कुछ वामपंथी और माओवादी तत्वों ने आंदोलन पर ‘कब्जा’ कर लिया है और किसानों के मुद्दों पर चर्चा करने के बजाए वे शायद कुछ और एजेंडा चला रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसान संगठनों से बातचीत में तोमर के साथ गोयल भी शामिल थे।