कृषि बिलों के विरोध में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अन्य दल के नेताओं के साथ मिलकर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकाला। मार्च में गुलाम नबी आज़ाद, डेरेक ओ ब्रायन और जया बच्चन सहित अन्य कई सांसद मौजूद रहे।
विपक्ष आठ सदस्यों के निलंबन और कृषि विधेयकों में संशोधन की मांग को लेकर मंगलवार से ही कार्यवाही का बहिष्कार कर रहा है। कांग्रेस के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, वाम दल, द्रमुक, राजद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, आई यूएमएल, जनता दल एस जैसे विपक्षी दलों के सदस्य सत्र का बहिष्कार कर रहे हैं।
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— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 23, 2020
इससे पहले इन सभी दलों के नेताओं की विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के कक्ष में आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठक हुई। बैठक के बाद विपक्षी सदस्यों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च निकाला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने विरोध मार्च का फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘कांग्रेस तथा समान विचारधारा वाले दलों के सदस्यों ने किसान तथा श्रमिक विरोधी विधेयकों के विरोध में संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर प्रतिमा तक मार्च किया है। ये विधेयक मोदी सरकार द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से पारित कराए गए हैं। ’’
कृषि सुधार से संबंधित दो विधेयकों का राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को कड़ा विरोध किया था। इस दौरान हुए हंगाम के चलते विपक्ष के आठ सदस्यों को शेष सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था। इन सदस्यों ने इसके विरोध में एक दिन तक गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया।
गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को सभापति से इन सदस्यों का निलंबन वापस लेने के साथ साथ सरकार से कृषि सुधार विधेयकों में संशोधन करने की मांग की थी। इस पर आश्वासन नहीं मिलने पर विपक्ष ने शेष सत्र के लिए कार्यवाही का बहिष्कार करने का एलान किया था।