कोरोना महामारी के काल में NEET और JEE की परीक्षा कराए जाने को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। NEET और JEE की परीक्षा स्थगित करने को लेकर छात्रों का संघर्ष जारी है। अब यह संघर्ष सिर्फ छात्रों का ही नहीं रह गया है, इस मामले ने राजनितिक रुख ले लिया है।
भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने छात्रों की तुलना द्रौपदी और मुख्यमंत्रियों की तुलना कृष्ण की है और खुद को विदुर बताया है। स्वामी ने ट्वीट में लिखा कि ‘आज NEET और JEE परीक्षा के मामले में, क्या छात्रों को द्रौपदी जैसे अपमानित किया जा रहा है? सीएम कृष्ण की भूमिका निभा सकते हैं। एक छात्र के रूप में और फिर 60 वर्षों तक प्रोफेसर के रूप में मेरे अनुभव बताते है कि कुछ गलत होने वाला है। मुझे विदुर जैसा लगता है।’
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी यह भी कह चुके हैं कि जब 11 राज्य NEET और JEE की परीक्षा कराने का विरोध कर चुके हैं तो सुप्रीम कोर्ट जाने की जरुरत क्या है। उन्होंने कहा कि क्या राज्य के मुख्यमंत्रियों के पास कोई ताकत नहीं है। इस बीच कुछ राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी कर रही हैं। आने वाले एक या दो दिन में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जा सकती है।
जानकारी के लिए बता दें, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर बुधवार को 7 गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया था कि नीट और जेईई परीक्षाओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। इन सातों राज्य के मुख्यमंत्रियों ने कहा था कि वो केंद्र के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।