शीर्ष नेतृत्व को लेकर कांग्रेस पार्टी का संकट बढ़ता जा रहा है। सोमवार को हुई कांग्रेस वुर्किंग कमेटी की बैठक में बड़े नेताओं के बीच जुबानी जंग देखने को मिली। इन सब के बीच, बैठक में इस फैसले पर सहमति बनी है कि अगले एक और साल के लिए सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालती रहेंगी। अब अगले छह महीने के भीतर कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन होगा। सीडब्ल्यूसी की बैठक में आज नेतृत्व को लेकर में खुलकर बात हुई। ज्ञात हो कि बैठक की शुरुआत में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
गौरतलब है कि सोनिया गांधी पद से इस्तीफा देने की पेशकश करते हुए कहा था कि वह अब आगे पार्टी अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहती हैं। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पद पर बने रहने की अपील की थी। साथ ही सोनिया ने कहा था कि पार्टी नया अध्यक्ष चुन लें।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 23 नेताओं द्वारा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र की प्रतिक्रिया के तौर पर कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें काफी हंगामा हुआ। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए बीजेपी के साथ ‘सांठगांठ’ वाले बयान पर कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद समेत कई नेताओं ने आपत्ति जताई। यहां तक कि कपिल सिब्बल ने ट्वीट भी किया हालांकि, बाद में यह ट्वीट हटा लिया, तो वहीं, आजाद ने भी ट्वीट कर विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
कपिल सिब्बल ने बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर सोमवार को उनपर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले 30 वर्षों में भाजपा के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया, इसके बावजूद ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।’ सिब्बल ने बतौर वकील कांग्रेस को सेवा देने का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ राहुल गांधी का कहना है कि ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं। राजस्थान उच्च न्यायालय में कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए सफल हुआ। मणिपुर में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने करने के लिए पार्टी का पक्ष रखा।’’ उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘पिछले 30 वर्षों से किसी मुद्दे पर भाजपा के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया। फिर भी ‘हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।’’
वहीं, गुलाम नबी आज़ाद ने ट्वीट कर लिखा, ‘इस प्रकार की कुछ खबरें चल रही हैं कि मैंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में राहुल गांधी से कहा है कि वो बीजेपी के साथ मेरे सहयोग को साबित करें। मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ना CWC की बैठक में और ना ही बाहर राहुल गांधी ने हमारी चिट्ठी को बीजेपी से जोड़ा है।
एक और ट्वीट में आजाद ने लिखा कि मैंने सिर्फ यह कहा था कि कल कांग्रेस के कुछ लोगों ने कहा था कि हमने बीजेपी की तरफ से ऐसा किया। इस संदर्भ में मैंने कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे कुछ साथियों (सीडब्ल्यूसी के बाहर के) ने हम पर बीजेपी के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया और अगर वो लोग यह साबित कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। गौरतलब है कि पहले आई खबरों में कहा गया था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी ने कथित तौर पर यह कहा कि पत्र लिखने वाले नेता बीजेपी के साथ साठगांठ कर रहे हैं।