प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से अपना भाषण खत्म करने के बाद जब वहां मौजूद बच्चों के बीच पहुंचे तो उनसे मिलकर बच्चों की खुशी दोगुनी हो गई। बच्चों ने केसरिया, सफेद और हरे रंगे की पोशाक पहन रखी थी जिससे वहां का पूरा माहौल तिरंगामय हो गया था। लेकिन नीले रंग के कपड़े पहने कुछ बच्चे जश्न में नया रंग भर रहे थे। बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढ़े।
दिल्ली सरकारी सर्वोदय विद्यालय में सातवीं कक्षा की छात्रा शिवानी पाल भी उन बच्चों में शामिल थीं।शिवानी ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया। उन्होंने हमसे ‘सबका साथ, सबका विकास’ के लक्ष्य का अनुसरण करने को कहा। ’’ इससे पहले, प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान भी बच्चों ने जम कर तालियां बजाईं।
इस समारोह में दिव्यांग बच्चों ने भी शिरकत की और आजादी के जश्न में सबके साथ खुशियां बांटीं। प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से अपने 82 मिनट के भाषण के बाद बच्चों के बीच पहुंचे। उनको अपने बीच पाकर बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। बच्चे उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में आगे बढ़े। प्रधानमंत्री कुछ देर तक बच्चों के बीच खड़े रहे। पिछले साल भी मोदी ने सुरक्षा घेरे से बाहर निकलर बच्चों से मुलाकात की थी। दिल्ली सरकारी सर्वोदय विद्यालय में सातवीं कक्षा की छात्रा शिवानी पाल भी उन बच्चों में शामिल थीं।
लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश आज नई ऊंचाईयों को पार कर रहा है। आज का सूर्योदय नए उत्साह को लेकर आया है। पीएम ने कहा कि आज देश के कई राज्यों की बेटियों ने सात समंदर को पार किया और सभी को तिरंगे से रंग दिया। उन्होंने कहा कि आज हम आजादी का पर्व उस समय मना रहे हैं, जब आदिवासी बच्चों ने एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है।