देश अभी जोशीमठ के संकट से उबरा ही नहीं था कि अब जम्मू कश्मीर में भी जोशीमठ के जैसा हाल हो रहा है। जम्मू कश्मीर का डोडा भी अब जोशीमठ की तरह ही संकट का सामना कर रहा है। यहां के मंदिर, मस्जिद, मदरसा समेत करीब 21 घरों में दरारें देखने को मिली है। जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के करीब 300 लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा है।
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की टीम कर रही मामले की जाँच
फिलहाल, डोडा प्रशासन और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक टीम डोडा में उस स्थान पर मौजूद है जहां 21 संरचनाएं धंसने की सूचना है। एसडीएम अतहर अमीन जरगर कहते हैं, “21 संरचनाएं शुक्रवार को प्रभावित हुईं थी। आज सुबह भी घरों के धंसने का प्रभाव उसी क्षेत्र तक सीमित है। किसी नई संरचना में नई दरारों की खबर नहीं है।”
SDM अतहर अमीन जरगर का बयान
एसडीएम अतहर अमीन जरगर ने कहा कि उपायुक्त डोडा और उनके सीनियर अधिकारियों की टीम नियमित रूप से स्थिति की निगरानी कर रही है। स्थिति नियंत्रण में है। सरकार ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की एक टीम भेजी और वे अपना अध्ययन कर रहे हैं। वे अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे। लोगों ने प्रभावित इलाका खाली कर दिया है।
सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया
एसडीएम ने बताया, ‘घरों के असुरक्षित होने के बाद हमने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया है। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।