रांची, (वार्ता): झारखंड के गढ़वा के विश्रामपुर प्रखंड में खजूरी डैम की मरम्मत में हुई देरी पर सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता राजकुमार प्रसाद से मुख्यमंत्री के सचिव सुनील वर्णवाल ने स्पष्टीकरण मांगा है। श्री वर्णवाल ने यहां सूचना भवन में मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र में आईं शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर कुल 11 शिकायतों की समीक्षा की। उन्होंने गढ़वा जिले के विश्रामपुर प्रखंड में खजूरी डैम की मरम्मत में हुई देरी पर श्री प्रसाद से पूछा है कि क्यों नहीं उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाए।
श्री प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने पत्र और प्रक्रिया के पेंच का हवाला देकर डैम की मरम्मत में देरी कर उसे टूटने दिया। इसी से नाराज सचिव ने कार्यपालक अभियंता पर टिप्पणी की कि आप जैसे लोगों को पूरा वेतन भी नहीं मिलना चाहिए। समीक्षा में सत्यानंद भोक्ता इंटर कॉलेजए उंटाए चतरा में वित्तीय अनियमितता आदि मामलों से जुड़ी शिकायत पर वहां के प्राचार्य बने वकील साहब को दो दिन के भीतर हटाने का निर्देश दिया गया।जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) को निर्देश दिया गया कि व्यवस्था नहीं सुधरती है, तो कॉलेज की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई करें।
वहीं हजारीबाग के नवाडीह में मनरेगा के तहत 18 लाख रुपये से हो रहे चेकडैम निर्माण में अधूरा काम कर 12 लाख रुपये की निकासी के मामले में दोषी पाये गये कनीय अभियंता और सहायक अभियंता पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया। मामले में इन दोषियों के वेतन पर रोक लगाते हुए पैसे की वसूली करने को कहा गया है। समय पर पैसा नहीं देने पर उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने का भी निर्देश दिया गया।