बेंगलुरू : अन्नाद्रमुक नेता वीके शशिकला चेन्नई के अस्पताल में भर्ती अपने बीमार पति से मिलने के लिए शुक्रवार को पांच दिन का आपात पैरोल मिलने के बाद यहां की परापना अग्रहारा केंद्रीय जेल से बाहर आई। जेल अधिकारियों ने बताया कि शशिकला ने 15 दिन का पैरोल मांगा था, लेकिन उन्हें सिर्फ 5 दिन का पैरोल मिला है।
साथ ही उन पर शर्त लगाई गई है कि वह किसी भी राजनीतिक या अन्य सार्वजनिक गतिविधि या पार्टी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगी। बेंगलुरू से सडक़ मार्ग से सात घंटे की यात्रा कर चेन्नई में अपनी रिश्तेदार की बेटी कृष्णा प्रिया के टी नगर स्थित आवास पहुंचीं शशिकला का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। प्रिया के आवास की तरफ जाते उनकी कार पर समर्थकों ने फूल बरसाए और चिन्नम्मा वाझगा (चिन्नम्मा जिंदाबाद) के नारे लगाए।
अधिकारियों ने बताया कि आपात पैरोल के दौरान अन्नाद्रमुक नेता को बस उस अस्पताल में जाने की इजाजत होगी जहां उनके पति भर्ती हैं। उसके बाद वह बस अपने निवास पर रहेंगी जैसा कि आवेदन में जिक्र है। शशिकला के पति लीवर और किडनी प्रतिरोपण के लिए फिलहाल चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
शशिकला पर अपने निवास या अस्पताल में आंगुतकों से न मिलने की बंदिश भी रहेगी। अधिकारियों के अनुसार शशिकला को प्रिंट या इलेक्ट्रोनिक मीडिया से बातचीत करने से भी मना किया गया है।शशिकला का पैरोल पहला आवेदन कुछ जररी दस्तावेज पेश नहीं करने के कारण तीन अक्तूबर को खारिज कर दिया गया था।
उसके पश्चात उन्होंने नयी अर्जी लगायी थी। जेल परिसर के बाहर शशिकला के वकील कृष्णप्पन ने मीडिया को बताया कि अन्नाद्रमुक नेता के पैरोल का हलफनामा तमिलनाडु से राज्यसभा के सदस्य नवीन कृष्णन ने दिया। उन्होंने कहा कि 1,000 रुपए का मुचलका जमा कर दिया गया है। जेल परिसर के बाहर शशिकला के करीब 1,000 समर्थक पहुंचे थे। कृष्णप्पन ने कहा कि शशिकला के भांजे टीटीवी दिनाकरण ने जेल पहुंच कर पैरोल की औपचारिकताएं पूरी कीं।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु पुलिस ने पहले ही शशिकला को पैरोल देने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र दे दिया है। चेन्नई के ग्लेनईगल्स ग्लोबल हेल्थ सिटी अस्पताल में शशिकला के पति एम नटराजन 74 का तीन अक्तूबर को यकृत और वृक्क प्रतिरोपण हुआ था। अस्पताल ने यह सूचना दी थी। शशिकला परापाना अग्रहारा केंद्रीय कारा में इस साल फरवरी से बंद हैं। उच्चतम न्यायालय ने उन्हें आय के ज्ञात स्रोत से अधिक की संपत्ति के मामले में दोषी ठहराया था। उनके रिश्तेदार इलावरासी और वी एन सुधाकरण भी इस मामले में चाल साल की कैद काट रहे हैं।